भारतीय रेलवे ने घोषणा की है कि ट्रेनों की नई समय सारिणी अब एक जनवरी 2025 से लागू होगी। इस नई समय सारिणी में पूर्वोत्तर रेलवे के मुख्यालय गोरखपुर सहित विभिन्न रूटों पर चलने वाली नई वंदे भारत स्लीपर, वंदे भारत अमृत, और नई एक्सप्रेस व स्पेशल ट्रेनों को शामिल किया जाएगा। इसके साथ ही ट्रेनों के समय और ठहराव में भी सुधार की योजना है।
बदलाव का कारण
पहले एक जुलाई और एक दिसंबर को नई समय सारिणी लागू होती थी, लेकिन अब यह निर्णय लिया गया है कि अगले वर्ष से यह एक जनवरी को लागू होगी। 2024 में ट्रेनों की समय सारिणी में कोई बदलाव नहीं किया जाएगा और ट्रेनें पुराने समय, नंबर, मार्ग और ठहराव पर यथावत चलती रहेंगी। रेलवे बोर्ड ने इस निर्णय का दिशा-निर्देश जारी कर दिया है।
कोविडकाल के बाद बदलाव
कोविडकाल से चल रही पैसेंजर ट्रेनों के नंबर भी बदलेंगे। इसके लिए रेल मंत्रालय, बोर्ड और जोनल स्तर पर ट्रेनों के समय और ठहराव आदि की समीक्षा की जा रही है। समीक्षा के लिए रेलवे बोर्ड ने जुलाई और दिसंबर से लागू होने वाली नई समय सारिणी को स्थगित कर दिया है। यदि समीक्षा पूरी नहीं हुई, तो समय सारिणी लागू होने का समय और आगे भी बढ़ सकता है।
विद्युतीकरण और नई लाइनें
रेल लाइनों का विद्युतीकरण पूरा हो चुका है और लाइनें छोटी से बड़ी हो गई हैं। नई रेल लाइनों के अलावा आमान परिवर्तन, दोहरीकरण और तीसरी रेल लाइनें भी बिछाई जा रही हैं। पूर्वोत्तर रेलवे सहित भारतीय रेलवे स्तर पर ट्रैक क्षमता में वृद्धि हुई है।
गति सुधार और नई तकनीक
गति बढ़ाने के लिए ऑटोमेटिक ब्लॉक सिग्नल लगाए जा रहे हैं, जिससे ट्रेनों के समय में सुधार हो सकता है। फिलहाल, रेलवे प्रशासन ने नई ट्रेनों को समय सारिणी में शामिल करने और समय में सुधार की प्रक्रिया शुरू कर दी है। पिछले वर्ष यह समय सारिणी एक अक्टूबर को लागू हुई थी।
आधिकारिक बयान
पूर्वोत्तर रेलवे के मुख्य जनसंपर्क अधिकारी पंकज कुमार सिंह ने कहा कि रेलवे प्रशासन द्वारा यात्रियों की सुविधा के लिए प्रत्येक वर्ष गाड़ियों की समय सारिणी जारी की जाती है। वर्ष 2024 की समय सारिणी ‘ट्रेन्स एट ए ग्लान्स’ अब 01 जनवरी, 2025 को जारी की जाएगी। 31 दिसम्बर 2024 तक पूर्व में जारी समय सारिणी लागू रहेगी।