उत्तर प्रदेश में अब छात्रों को स्कॉलरशिप के लिए कक्षाओं में 75% उपस्थिति दर्ज करानी होगी। योगी आदित्यनाथ सरकार ने इस नियम को पारदर्शिता लाने और एजुकेशन क्वालिटी सुधारने के उद्देश्य से लागू किया है। पहले चरण में यह व्यवस्था स्नातक, स्नातकोत्तर और प्रोफेशनल कोर्स के छात्रों पर लागू होगी।
बायोमेट्रिक सिस्टम के जरिए हाजिरी
छात्रों की उपस्थिति आधार बेस्ड बायोमेट्रिक (फेशल ऑथेंटिकेशन) सिस्टम से होगी। पिछड़ा वर्ग कल्याण मंत्री नरेंद्र कश्यप ने बताया कि यह नियम 2024-25 शैक्षणिक सत्र से लागू किया जाएगा। इससे छात्रों की कक्षाओं में उपस्थिति बढ़ने की उम्मीद है और उनकी नॉलेज में भी सुधार होगा।
पहले चरण में शामिल कोर्स
BAMS, BBA, MBA
BDS, BFDA, बीफार्मा
बीटेक, एमटेक, डॉक्टर ऑफ फार्मेसी
LLB, LLM, ह्यूमन राइट्स ऐंड ड्यूटीज एजुकेशन
MBBS, MPT, एम फार्मा, MS
मास्टर ऑफ फार्मेसी (फार्माकॉलजी, फार्मास्यूटिकल केमिस्ट्री, फार्मास्यूटिक्स)
MCA, MD आयुर्वेद, MS आयुर्वेद और PhD
दूसरा चरण अगले सत्र से
दूसरे चरण में 2025-26 शैक्षणिक सत्र से यह व्यवस्था सभी पूर्वदशम और दशमोत्तर छात्रवृत्ति योजनाओं पर लागू की जाएगी। छात्रवृत्ति केवल उन्हीं छात्रों को मिलेगी जिनकी उपस्थिति 75% या उससे अधिक होगी। शैक्षणिक संस्थानों को निर्देश दिया गया है कि वे समय सीमा के भीतर आधार बेस्ड बायोमेट्रिक सिस्टम की व्यवस्था करें ताकि कोई पात्र छात्र छात्रवृत्ति से वंचित न रहे।