यूपी में बनेगा नेक्स्ट जेनरेशन इंडस्ट्रियल पार्क, इन देशों की कंपनियां लेंगी भाग

उत्तर प्रदेश में जल्द ही नेक्स्ट जनरेशन इंडस्ट्रियल पार्क की स्थापना होने जा रही है। जापान की एक बहुराष्ट्रीय कंपनी ने इस परियोजना में 2800 करोड़ रुपये के प्रत्यक्ष विदेशी निवेश का प्रस्ताव रखा है। यह कंपनी पश्चिमी यूपी में 1500 एकड़ से ज्यादा की जमीन पर इस आधुनिक पार्क का निर्माण करेगी।

आधुनिक सुविधाओं से लैस होगा पार्क
यह इंडस्ट्रियल पार्क अत्याधुनिक सुविधाओं और पर्यावरण संरक्षण व प्रदूषण नियंत्रण की नवीनतम तकनीकों से सुसज्जित होगा। यहां स्मार्ट सिटी, डिजिटल रणनीति और नवाचार पर विशेष ध्यान दिया जाएगा, जिससे निवेशकों को उद्योग स्थापित करने में किसी भी प्रकार की कठिनाई न हो।

वैश्विक अनुभव का लाभ
इस जापानी कंपनी का विभिन्न देशों में नेक्स्ट जनरेशन इंडस्ट्रियल पार्क बनाने का व्यापक अनुभव है। चीन, थाईलैंड, और फिलीपीन्स में इस तरह के पार्क पहले से ही काम कर रहे हैं। हाल ही में कंपनी के प्रतिनिधियों ने यूपी के औद्योगिक विकास आयुक्त मनोज कुमार सिंह से मुलाकात की और भारत-जापान निवेश प्रोत्साहन सहभागिता के आधार पर इस परियोजना का प्रस्ताव रखा।

प्रमुख उद्योगों की भागीदारी
प्रस्तावित पार्क में इलेक्ट्रॉनिक्स, सेमीकंडक्टर, ऑटोमोबाइल, इलेक्ट्रिक व्हीकल, एयरोस्पेस, रक्षा और फार्मा सेक्टर की कंपनियों के निवेश की उम्मीद है। विशेष रूप से जापान और ताइवान की कंपनियां यहां निवेश करेंगी। यह पार्क जापानी कंपनी मरुबेनी कॉरपोरेशन द्वारा विकसित किया जाएगा, जो 500 से अधिक कंपनियों का समूह है और इसे जापानी सरकार से वित्तीय सहायता प्राप्त है।

यूपी में रोजगार की नई लहर
उत्तर प्रदेश में हाल के वर्षों में कई बड़े निवेश और औद्योगिक परियोजनाओं के कारण रोजगार के नए अवसर सृजित हुए हैं:

डालमिया सीमेंट: मिर्जापुर में 3000 करोड़ रुपये के निवेश से प्लांट, 2500 नौकरियां।
जेके सीमेंट: प्रयागराज में 400 करोड़ रुपये का निवेश, 500 नौकरियां।
श्रीसीमेंट: एटा में 600 करोड़ रुपये का निवेश, 500 नौकरियां।
फन जू ट्वायज: गौतमबुद्धनगर में 1052 करोड़ रुपये का निवेश, 20,000 नौकरियां।
हॉयर: गौतमबुद्धनगर में 584.5 करोड़ रुपये का निवेश, 2713 नौकरियां।
फूजी सिल्वरटेक: 500 करोड़ रुपये का निवेश, 700 नौकरियां।
रिमझिम इस्पात: कानपुर में 2100 करोड़ रुपये का मेटल संयंत्र, 500 नौकरियां।
केंट आरओ: यीडा में 500 करोड़ रुपये का प्लांट, 1000 नौकरियां।
आगामी परियोजनाएं
टोरेंट पावर: रार्बटसगंज और सोनभद्र में 22800 करोड़ रुपये का निवेश, 4800 नौकरियां।
टाटा पावर माइक्रोग्रिड: नवीकरणीय ऊर्जा में 500 करोड़ रुपये का निवेश, 5000 ग्रामीण नौकरियां।
ग्रीनलम व सेंचुरी प्लाई: सीतापुर में 3000 करोड़ रुपये का निवेश, 5000 नौकरियां।
यशोदा सुपर स्पेशियलिटी हॉस्पिटल: गाजियाबाद में 800 करोड़ रुपये का अस्पताल, 4500 नौकरियां।
बालाजी कंपनी: हरदोई में 500 करोड़ रुपये का फूड प्रोसेसिंग पार्क, 1500 नौकरियां।

यूपी में इन निवेशों से न केवल औद्योगिक विकास को बढ़ावा मिलेगा बल्कि बड़ी संख्या में रोजगार के अवसर भी सृजित होंगे, जिससे राज्य की अर्थव्यवस्था को मजबूती मिलेगी।