कुछ दिनों की देरी के बाद आखिरकार उत्तर प्रदेश में मॉनसून ने दस्तक दे दी है। बुंदेलखंड के ललितपुर से शुरू होकर मॉनसून राज्य में प्रवेश कर गया है। अगले तीन-चार दिनों तक बुंदेलखंड और पूर्वांचल के जिलों में झमाझम बारिश की संभावना है। कई जिलों में सोमवार से ही बारिश हो रही है।
आकाशीय बिजली से मौतें
बारिश के साथ-साथ आकाशीय बिजली गिरने की घटनाएं भी सामने आ रही हैं। अमेठी में तीन और सुलतानपुर में दो लोगों की मौत आकाशीय बिजली गिरने से हुई है। देवरिया में बिजली गिरने से एक 10 साल के बच्चे की मौत हो गई, जबकि एक साइकिल सवार युवक की भी जान चली गई। आजमगढ़ और बरेली में भी एक-एक व्यक्ति की मौत आकाशीय बिजली की चपेट में आने से हुई है।
तापमान में गिरावट
मंगलवार को रुहेलखंड के कई हिस्सों में बारिश होने से तापमान में गिरावट दर्ज की गई। अधिकतम तापमान 39.7 डिग्री सेल्सियस रहा। बरेली में धान की पौध डाल रहे एक किसान की बिजली गिरने से मौत हो गई। शाहजहांपुर में भी बज्रपात से छह पशुओं की जान चली गई जबकि दो झुलस गए।
मौसम विभाग की जानकारी
आंचलिक मौसम विज्ञान केन्द्र के वैज्ञानिक अतुल कुमार सिंह ने बताया कि दक्षिण-पश्चिमी मानसून की बंगाल की खाड़ी की शाखा भी जल्द सक्रिय हो सकती है। अगले दो-तीन दिनों में प्रदेश के अधिकांश हिस्सों में मॉनसून पहुंच जाएगा। सामान्यतः प्रदेश में मॉनसून बिहार होते हुए वाराणसी या गोरखपुर से दाखिल होता है, लेकिन इस बार यह ललितपुर से आया है।
बारिश की संभावना
अगले दो दिनों में पूर्वी उत्तर प्रदेश में और तीन दिनों में पश्चिमी उत्तर प्रदेश में मॉनसून के पहुंचने की संभावना है। 26 जून से पूर्वी उत्तर प्रदेश और 27 जून से पश्चिमी उत्तर प्रदेश में भारी बारिश हो सकती है। राजधानी लखनऊ में भी 26 जून के बाद बारिश की तीव्रता में वृद्धि की संभावना है।
बीते 24 घंटों में बारिश का हाल
पिछले 24 घंटों में अलीगढ़ में सबसे अधिक 10 सेमी बारिश दर्ज की गई। इसके अलावा गोरखपुर के मुखलिसपुर, फर्रुखाबाद के डाबरी में सात-सात सेमी, बिजनौर के नगीना में पांच सेमी, काकरधारीघाट, श्रावस्ती, एटा में चार-चार सेमी, शोहरतगढ़, सिद्धार्थनगर, कन्नौज के छिबरामऊ में तीन-तीन सेमी, चित्रकूट के कर्बी, सीतापुर के भटपुरवाघाट, हरदोई के सण्डीला, अलीगढ़ के अतरौली, कासगंज में दो-दो सेमी बारिश दर्ज की गई।