द्वारका एक्सप्रेसवे बनकर होने वाला है तैयार, अब 19 किमी का सफर होगा इतने कम समय में तय

देश के पहले एलिवेटिड अर्बन एक्सप्रेसवे का उद्घाटन 11 मार्च को होने वाला है, और इसकी तैयारियों में अगले दो दिनों में फाइनल टच देने का कार्य शुरू हो चुका है। गुरुवार को एनबीटी टीम ने इस एक्सप्रेसवे की गुरुग्राम स्थित हिस्से की रियलटी चेक की, जहां से दिल्ली जाने वाले रास्तों पर ट्रैफिक में कमी होगी।

फाइनल टच से पहले का सीन

सेक्टर 88 बी: गुरुग्राम के पहले एलिवेटिड अर्बन एक्सप्रेसवे के सीमा विस्तार में एनबीटी टीम ने सफर की तय की स्पीड का चेक किया और सर्विस लेन पर ट्रैफिक की दिशा में तैयारियां देखीं।

सेक्टर 110 से 112: गांव दौलताबाद के पास सेक्टर 110 और 112 तक मैन कैरिवेज को बंद करके वहां सीमेंट और प्लास्टिक के बैरिकेड लगाए गए हैं, जो रोड शो की तैयारी में मदद करेंगे।

बसई चौक: बसई चौक पर फुटपाथ को तैयार किया जा रहा है, जो पैदल चलने वालों के लिए सुरक्षित विकल्प प्रदान करेगा।

सेक्टर 82: सीआईडी टीम ने सोहना, राजीव चौक, और मानेसर की ओर जाने वाले चौक पर पीएम के रोड शो की रूट का फाइनल किया जा रहा है।

एक्सप्रेसवे की विशेषताएँ

19 किमी का सफर 17 मिनट में: एनबीटी टीम ने 29 किमी के इस एक्सप्रेसवे पर गुरुग्राम से दिल्ली जाने का सफर 17 मिनट में पूरा किया, जो ट्रैफिक को कम करने में मदद करेगा।

एंट्री पर ही जेब करनी पड़ेगी ढीली: एक्सप्रेसवे की एंट्री पर द्वारका दिशा में ही टोल होगा, जिससे दिल्ली के लिए एक सुगम और तेज विकल्प मिलेगा।

उपयुक्त सर्विस लेन व ट्रैफिक नियंत्रण

सर्विस लेन 6: एक्सप्रेसवे पर उपयुक्त सर्विस लेन को आठ लेनों में विभाजित किया गया है, जो वाहनों के सुरक्षित और तेज आंतरगत प्रवाह को सुनिश्चित करेगा।

स्पीड नियंत्रण: एक्सप्रेसवे पर 100 किमी/घंटे की स्पीड के लिए लाइट व्हीकल्स और 80 किमी/घंटे की स्पीड के लिए हैवी व्हीकल्स के लिए अलग-अलग लेन हैं, जबकि सर्विस लेन पर स्पीड 40 किमी/घंटे है।

इस नई एक्सप्रेसवे के उद्घाटन से गुरुग्राम से दिल्ली जाने के लिए एक और सुविधाजनक विकल्प उपलब्ध हो जाएगा, जिससे ट्रैफिक को आराम मिलेगा और यात्रा अनुभव भी सुगम होगा।