रेलवे ने यात्रियों के लिए बड़ी राहत की घोषणा की है। अब यदि आइआरसीटीसी की वेबसाइट से बुक किए गए वेटिंग और आरएसी टिकटों को रद्द किया जाता है, तो मोटी रकम के रूप में सुविधा शुल्क नहीं काटा जाएगा। इसके बजाय, प्रत्येक यात्री पर केवल 60 रुपये का कैंसिलेशन शुल्क ही लगेगा।
यह नया निर्णय सामाजिक कार्यकर्ता सुनील कुमार खंडेलवाल की शिकायत के बाद आया है। खंडेलवाल ने 12 अप्रैल को रेलवे प्रशासन को पत्र भेजकर शिकायत की थी कि आइआरसीटीसी की वेबसाइट से बुक किए गए वेटिंग टिकटों के कंफर्म नहीं होने पर रेलवे उन्हें रद्द कर देता है और सेवा शुल्क के नाम पर बड़ी रकम काट ली जाती है।
उदाहरण के तौर पर, 190 रुपये के वेटिंग टिकट बुक करने पर अगर टिकट कंफर्म नहीं होता है, तो रेलवे केवल 95 रुपये ही वापस करता है। इस शिकायत के आधार पर आइआरसीटीसी ने अपनी कार्रवाई शुरू की।
आइआरसीटीसी के मैनेजिंग डायरेक्टर ने खंडेलवाल को सूचित किया है कि टिकट बुकिंग, रिफंड से संबंधित नीति और नियमन भारतीय रेलवे (रेलवे बोर्ड) का विषय है। आइआरसीटीसी रेलवे के नियमों का पालन करने के लिए बाध्य है।
उन्होंने कहा कि पूरी तरह से प्रतीक्षा सूची और आरएसी टिकट क्लर्केज शुल्क के मामले में भारतीय रेलवे नियमों के अनुसार, प्रति यात्री 60 रुपये का रद्दीकरण शुल्क लगाया जाएगा। खंडेलवाल ने रेलवे प्रशासन की इस कार्रवाई के प्रति आभार प्रकट किया है और इसे पूरे देश के यात्रियों के लिए बड़ी राहत माना है।