राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली में उपराज्यपाल और सरकार के बीच टकराहट की घटना बढ़ती जा रही है। उपराज्यपाल ने गृह मंत्रालय को एक पत्र लिखकर सरकारी मंत्रियों की शिकायत की है, क्योंकि वे मंत्री मीटिंग में शामिल नहीं हो रहे हैं।
अस्वीकृति के पीछे की कहानी
उपराज्यपाल ने पत्र में बताया कि केजरीवाल की गिरफ्तारी के बाद मंत्रियों ने उनके द्वारा बुलाई गई मीटिंग में हिस्सा नहीं लिया। एलजी ने मंत्रियों को उनके निमंत्रण को अस्वीकार करने का आरोप लगाया।
मीटिंगों का उद्देश्य
पत्र में बताया किया गया कि शहर में सार्वजनिक स्वास्थ्य के मुद्दों, पानी की उपलब्धता, और ग्रीष्मकालीन कार्य योजनाओं पर चर्चा करने के लिए मंत्रियों को बुलाया गया था।
मंत्रियों की असहमति
हालांकि, मंत्रियों ने आदर्श आचार संहिता के आधार पर इस बैठक में शामिल होने से इनकार किया। इसके बाद से उपराज्यपाल और सरकार के बीच नई तकरारें प्रकट हो रही हैं।
अब देखना बाकी है कि कैसे हल होता है इस नई उत्पन्न समस्या का। दिल्ली के लोग स्वास्थ्य और पानी के मुद्दों का समाधान चाहते हैं, और उन्हें सरकार और उपराज्यपाल के बीच समझौते की उम्मीद है।