हरियाणा की सबसे हॉट लोकसभा सीटों में हिसार सीट की गिनती होती है। यहाँ प्रमुख राजनीतिक घरानों के बीच हमेशा सियासी मुकाबला चलता रहता है।
परिसीमन के बाद बदली परिस्थितियां
साल 2004 से पहले, हिसार सीट पर बांगड़ क्षेत्र की राजनीतिक ताकत अधिक थी, लेकिन परिसीमन के बाद बांगड़ क्षेत्र की राजनीतिक प्रभावशीलता में कमी आई। इसके बाद, बागड़ क्षेत्र के नेताओं ने इस सीट पर अपना दबदबा दिखाया।
बाहरी व्यक्तियों का प्रभाव
साल 1977 से पहले, हिसार सीट पर बाहरी व्यक्तियों का प्रभाव ज्यादा था। लेकिन 1977 में हवा का रुख बदल गया और इंद्र सिंह शयोकंद ने इस सीट पर जीत हासिल की।
बांगड़ क्षेत्र की राजनीतिक ताकत हुई कम
2009 में परिसीमन के बाद, बांगड़ क्षेत्र की राजनीतिक ताकत में कमी आई। इससे हिसार सीट पर बागड़ क्षेत्र की राजनीतिक शक्ति बढ़ गई।
मोदी लहर में बांगड़ की चौधर फिर लौटी
2019 के लोकसभा चुनावों में, बीजेपी ने बागड़ क्षेत्र के चौधरी बीरेंद्र सिंह के पुत्र बृजेन्द्र सिंह को उम्मीदवार बनाया और उन्हें हिसार सीट से जीत हासिल की।
हिसार की धरती ने देश और प्रदेश को राजनीति के बड़े चेहरे दिए हैं, जो अपनी अलग पहचान बनाई है। यहाँ की सियासत में हमेशा ही रोमांच रहता है, जो इस सीट को और भी महत्वपूर्ण बनाता है।