यमुना नदी को लेकर हरियाणा और यूपी के बीच सालों पुराना झगडा़ होगा खत्म, इन जिलों में नदी पर लगेंगे खंभे

हरियाणा और उत्तर प्रदेश के सीमाओं पर किसानों के भूमि विवाद को खत्म करने के लिए बड़ा कदम उठाया जा रहा है। यमुना नदी में सीमा स्तंभ बनाए जाएंगे, जो दीक्षित पुरस्कार के तहत बनाए जाएंगे। ये स्तंभ हरियाणा के 6 जिलों में बनेंगे, जिसमें करनाल, यमुनानगर, पानीपत, सोनीपत, फरीदाबाद और पलवल शामिल हैं।

विवाद समाप्त:
यमुना के किनारे स्थित गांवों के बीच जमीन को लेकर अब कोई विवाद नहीं होगा, क्योंकि सीमा स्तंभों के लगने से यह मसला स्थायी रूप से हल हो जाएगा।

स्थायी पिलर:
खंभों की डिज़ाइनिंग में ध्यान दिया गया है कि वे लंबे समय तक अस्तित्व में रहें। प्रत्येक स्तंभ की ऊंचाई 21.5 मीटर है, जिसमें से एक तिहाई हिस्सा जमीन के अंदर दबा होगा।

अद्यतन सर्वे:
सीमा पर स्थित गांवों को शामिल करते हुए, सर्वे कार्य शुरू किया गया है, जिसमें करनाल को शामिल किया गया है।

इतिहास:
यमुना की सीमाओं को निर्धारित करने के लिए 1974 में मसौदा तैयार किया गया था, और फिलहाल ये खंभ उसी मसौदे के आधार पर बनाए जा रहे हैं।

आगामी कार्य:
कुछ नए पिलर बनाए जाएंगे, जिससे यमुना के सीमांकन में पूरा सहयोग मिले।
पीडब्ल्यूडी एक्सईएन संदीप ने बताया कि करनाल में पिलर बनाने में लगभग 80 लाख रुपये खर्च होंगे, जिसका टेंडर जारी किया गया है।

निर्देश:
यमुना में सीमा को चिह्नित करने के लिए भारतीय सर्वेक्षण विभाग द्वारा सीमा पर स्थित गांवों को चिह्नित किया जाएगा।