हरियाणा में अध्यापकों की ट्रांसफर नीति से खराब हुआ समीकरण, इतने स्कूलों में पढा़ने के लिए नहीं है एक भी टीचर

हाल ही में, हरियाणा सरकार की टीचर ट्रांसफर पॉलिसी ने गुरुग्राम के स्कूलों में बड़ी हलचल मचा दी है। इसके परिणामस्वरूप, 8 प्राइमरी स्कूलों में बच्चों को पढ़ाने के लिए कोई भी अध्यापक नहीं बचा है।

अध्यापकों का ट्रांसफर: विद्यालयों में रुकावट का सामना
ट्रांसफर पॉलिसी के तहत अध्यापकों का ट्रांसफर हो गया है, लेकिन इन स्कूलों में एक भी अध्यापक ने नए जगह पर आवेदन नहीं किया है। इसके चलते, यहां के स्कूल अब अध्यापकों के बिना रह गए हैं। दाखिला प्रक्रिया में भी रुकावट का सामना करना पड़ सकता है।

शिक्षा के क्षेत्र में नयी चुनौती: गुरुग्राम के विद्यालयों में अध्यापकों की कमी
इस त्रासदी में, गुरुग्राम के 5 गांव से गवर्नमेंट स्कूलों में भी कोई अध्यापक नहीं बचा है। इसमें गोपालपुर, हमीरपुर, खुटपुरी, घंघोला, टोली, राजपुर, नत्थेखां, और ढाड़ी कुंबावास शामिल हैं।

अध्यापकों का ट्रांसफर: गुरुग्राम के बाहर
हरियाणा सरकार ने हाल ही में 9 हजार से अधिक टीचर्स का ट्रांसफर किया है, लेकिन इसके बावजूद गुरुग्राम के 8 स्कूलों में टीचरों की कमी हो गई है। यह समस्या अंबाला, करनाल, कुरुक्षेत्र, झज्जर, और गुरुग्राम के करीब 70 स्कूलों में उत्पन्न हो गई है।