भारतीय किसान यूनियन के नेता चौधरी राकेश टिकैत ने आज एक महत्वपूर्ण ऐलान किया, जिसमें उन्होंने MSP कानून के खिलाफ अपनी असंतुष्टि व्यक्त की है। उनका कहना है कि उन्हें कानून में कोई भी सुधार मंजूर नहीं है।
किसानों के साथ एकजुट रहेंगे:
टिकैत ने दोबारा साबित किया है कि वह किसानों के साथ हैं और उन्हें उनके आंदोलन को पूरा समर्थन देते हैं। 21 फरवरी को उनकी यूनियन के कार्यकर्ता ट्रैक्टरों के साथ जिला मुख्यालय तक मार्च करेंगे।
संघर्ष का अगला मोड़:
इसके बाद, 26 और 27 फरवरी को हरिद्वार से लेकर गाजीपुर बॉर्डर तक ट्रैक्टर मार्च का आयोजन किया जाएगा। टिकैत ने सरकार को बताया कि यह आंदोलन पूंजीपतियों के खिलाफ है और किसानों की आवाज को नजरअंदाज नहीं किया जाएगा।
उत्साह और साहस का परिचय:
राकेश टिकैत ने कहा कि उन्होंने मरते दम तक किसानों के साथ खड़े रहने का निर्णय लिया है और सरकार से चेतावनी दी है कि गुंडागर्दी का कोई स्थान नहीं होगा।
सरकार से सीधे संवाद की मांग:
टिकैत ने सरकार से सीधे संवाद की मांग की है और कहा है कि किसानों की मांगों को सुना जाना चाहिए। उनका कहना है कि सरकार को ताकत का दुरुपयोग बंद करके शांतिपूर्ण समाधान की दिशा में कदम उठाना चाहिए।