हरियाणा के पूर्व केंद्रीय मंत्री बीरेंद्र सिंह अपनी पत्नी प्रेमलता के साथ आज कांग्रेस पार्टी में शामिल हो गए. इस महत्वपूर्ण घटना के मौके पर प्रदेश अध्यक्ष उदयभान ने उन्हें पार्टी का झंडा भेंट किया। इसके साथ ही, पूर्व सीएम भूपेन्द्र सिंह हुड्डा भी मौजूद थे। बीरेंद्र सिंह ने बीजेपी को अलविदा कह दिया और कांग्रेस में शामिल होने का निर्णय लिया। इससे पहले ही उनके बेटे बृजेंद्र सिंह कुछ समय पहले कांग्रेस में शामिल हुए थे।
बीरेंद्र सिंह का वादा: किसानों के लिए समर्थन और न्याय
बीरेंद्र सिंह ने अपने संबोधन में उच्च आवाज में गर्माई डाली। उन्होंने कहा कि बीजेपी हमें परिवारवाद के लिए निशाना बनाती है, लेकिन अब भाईचारे का वक्त आ गया है। उन्होंने आंदोलन के दौरान किसानों से मिलकर उनकी समस्याओं को सुना और उनका साथ देने का आश्वासन दिया। उन्होंने भाजपा को नये सदस्य बनाने में असमर्थ बताया और कांग्रेस की समर्थन को महत्वपूर्ण बताया।
बीरेंद्र सिंह के कांग्रेस में शामिल होने से बीजेपी में उलझन
बीरेंद्र सिंह और प्रेमलता के कांग्रेस में शामिल होने के बाद, हरियाणा बीजेपी में हलचल मच गई है। चर्चा है कि बीरेंद्र सिंह के संपर्क में कई विधायक हैं जो कांग्रेस में शामिल हो सकते हैं। यह विधायकों को नाराजगी का प्रलोभन देने के लिए तैयार हो सकता है। सीएम नायब सैनी और पूर्व सीएम मनोहर लाल भी नाराज विधायकों के संपर्क में हैं।
बीरेंद्र सिंह: जींद की शान, विधायक से सांसद तक
बीरेंद्र सिंह का राजनीतिक सफर उच्चाधिकारियों और जनता के बीच लोकप्रिय है। उन्होंने अपने संघर्षपूर्ण राजनीतिक जीवन में कई उच्च स्थानों पर काम किया है। उनका सपना सीएम बनने का अभी तक पूरा नहीं हुआ है, लेकिन उनकी जींद से लेकर दिल्ली तक की सांसदीय और विधायकीय सीटों पर भारी उपस्थिति है।