यदि आप भी कहीं विज्ञापन देखकर अपने घर या अपने प्लॉट पर मोबाइल टावर लगवाने की सोच रहे हैं तो सतर्क और सावधान हो जाएं क्योंकि मोबाइल टावर लगाने की आड़ में ठगी का गोरखधंधा काफी तेजी से चल रहा है. मोबाइल खरीद के नाम पर आए दिन लोगों से लूट का मामला सामने आ रहा है.
यह लोग पहले लाखों रुपए का झांसा देते हैं फिर आपके साथ ठगी कर फरार हो जाते हैं. आए दिन ऐसी खबरें सामने आ रही हैं जिसमें मोबाइल टावर लगवाने के नाम पर ठगी कर ली जाती है. दरअसल ऐसा ही एक मामला आईएमटी पुलिस ने भी दर्ज किया है. ऐसे ही एक पीड़ित को मोबाइल टावर के नाम पर ठगी का शिकार बना लिया गया जिसके बाद से पीड़ित ने उत्तराखंड के सीएम को शिकायत दी है.

दरअसल, उत्तराखंड का निवासी विपिन कुमार ने बताया कि उन्होंने एक विज्ञापन देखा था जिसमें प्लॉट या छत पर टावर लगाने के लिए बताया गया था जिसके बाद विपिन ने उनसे संपर्क किया उस दौरान उन्होंने विपिन को काफी मोटी तगड़ी पैसे कमाने के झांसे दिए और उनसे रजिस्ट्रेशन फीस के नाम पर 1650 ले ली.
बाद में ठगों ने फिर से विपिन कुमार से टेलीकॉम टैक्स के नाम पर ₹22500 ठग लिए यही नहीं टीडीएस के नाम पर ₹30000 और अकाउंट चार्ज के नाम पर ₹16100 एक बैंक खाते में ट्रांसफर करवा लिए. इतने पैसे ठगने के बाद आरोपियों ने विपिन को आश्वासन दिया कि वह मोबाइल टावर इंस्टॉल करने के लिए सामान भेज रहे हैं.

विपिन ने बताया कि अगले दिन ही आरोपियों ने उनसे फोन करके कहा कि जिस गाड़ी में हमने सामान भेजा है उसका ₹18600 का चालान कट गया उस चालान की आधी राशि आपको चुकानी पड़ेगी यानी कि आरोपियों ने उनसे ₹9300 की मांग की तब विपिन को शक हो गया और विपिन ने मना कर दिया.

इसके बाद विपिन ने कई बार उनका फोन ट्राई किया लेकिन आरोपियों ने कोई जवाब नहीं दिया इसके बाद विपिन ने पुलिस को शिकायत दे दी लेकिन शिकायत पर भी कोई कार्रवाई नहीं हुई. 22 मई को विपिन ने उत्तराखंड के सीएम को ही शिकायत दे दी और कार्रवाई की मांग की इस पर उत्तराखंड की पुलिस ने मामला दर्ज कर लिया और जब जांच शुरू हुई तो यह मामला गुरुग्राम से जुड़ा मिला उसके बाद उत्तराखंड पुलिस ने इस मामले को गुरुग्राम भेज दिया यहां पर आईएमटी थाना कि पुलिस ने केस दर्ज करके इस मामले की जांच में जुट हुई है.