हरियाणा की राजनीति में नए तबके का आगमन है, जो INLD और JJP के बीच आत्मघाती संघर्ष की वेब में फंसे हैं। INLD के लिए, इस चुनाव में प्रदर्शन अत्यंत महत्वपूर्ण है, क्योंकि नई पीढ़ी की आवाज जैसे JJP उनकी धार को काट सकती है। इस संघर्ष की बाजी जीतने के लिए, INLD को नए दिशानिर्देश और रणनीतियों की आवश्यकता है।
JJP के लिए करो या मरो
दुष्यंत चौटाला की JJP के लिए समय की बड़ी चुनौती है, क्योंकि उनका संगठन वर्तमान में करो या मरो की स्थिति में है। साथ ही, उनके बीच संघर्ष INLD के अपने विकास के मार्ग पर भटका सकता है।
हरियाणा की राजनीति के 3 लाल: एक नजर में
हरियाणा की राजनीति में तीन लाल – चौधरी देवीलाल, चौधरी बंसीलाल और चौधरी ओमप्रकाश चौटाला – ने अपने परिवारों की राजनीतिक विरासत को जारी रखा है। यह तीनों पार्टियां हरियाणा की राजनीतिक विभाजन की महत्वपूर्ण धारा हैं।
INLD की दो- फाड़ स्थिति
INLD अब एक बड़ी चुनौती का सामना कर रही है, क्योंकि उनके पास पिछले चुनाव में हासिल की गई सीटों की संख्या में कमी है। इससे पहले, इनेलो और JJP के बीच घातक संघर्ष से इनेलो को उठने की ज़रूरत है।
चुनाव: JJP और INLD के लिए आखिरी मौका
आगामी चुनाव JJP और INLD के लिए अत्यधिक महत्वपूर्ण होंगे, क्योंकि इससे उनका भविष्य निर्भर करेगा। यह उनके लिए एक आखिरी मौका हो सकता है अपने राजनीतिक वजूद को सुरक्षित करने के लिए।