गुरुग्राम पुलिस द्वारा अगस्त महीने में यातायात नियमों के उल्लंघन पर सख्त कार्रवाई की गई। डीसीपी ट्रैफिक विरेंद्र विज ने बताया कि यातायात पुलिस की टीमें विभिन्न प्वाइंट्स पर तैनात की गईं, ताकि रॉन्ग साइड ड्राइविंग पर लगाम लगाई जा सके। इस अभियान के दौरान 16,340 वाहन चालकों को रॉन्ग साइड ड्राइविंग करते हुए पकड़ा गया और उन पर मोटर व्हीकल अधिनियम के तहत जुर्माना लगाया गया। कुल जुर्माना राशि लगभग 81 लाख रुपये तक पहुंच गई। डीसीपी विज ने कहा कि ऐसे विशेष चेकिंग अभियान भविष्य में भी जारी रहेंगे।
भविष्य की ट्रैफिक चुनौतियां और मोबिलिटी प्लान
गुरुग्राम, जिसे साइबर सिटी के नाम से भी जाना जाता है, में तेजी से बढ़ती आबादी और वाहनों की संख्या गंभीर चिंता का विषय बन गई है। वर्ष 2041 तक यहां की जनसंख्या 55 लाख तक पहुंचने की संभावना है, जबकि वर्तमान में 30 लाख की आबादी के लिए ही यातायात सुविधाएं अपर्याप्त साबित हो रही हैं। मुख्य सड़कों पर दिनभर जाम की स्थिति बनी रहती है, जो भविष्य में और भी विकट हो सकती है।
इस समस्या के समाधान के लिए वर्ष 2019 में गुरुग्राम मेट्रोपॉलिटन डेवलपमेंट अथॉरिटी (GMDA) ने 20 साल का ट्रैफिक मोबिलिटी प्लान तैयार किया था। यह प्लान दिल्ली के स्कूल ऑफ प्लानिंग एंड आर्किटेक्चर द्वारा तैयार करवाया गया था। गुरुग्राम और मानेसर के ट्रैफिक का सर्वे कर इस प्लान को चार चरणों में लागू करने की योजना बनाई गई है। हालांकि, इस प्लान पर जमीनी स्तर पर अभी तक कोई ठोस कार्यवाही नहीं हो पाई है। कुछ प्रमुख चौराहों और सड़कों पर सुधार कार्य जरूर हुए हैं, लेकिन व्यापक स्तर पर तेजी से काम करने की आवश्यकता है।
साइबर सिटी की प्रमुख ट्रैफिक जाम वाली सड़कें
गुरुग्राम में कुछ प्रमुख सड़कें हैं जहां ट्रैफिक जाम की समस्या सबसे अधिक देखने को मिलती है। इनमें ओल्ड दिल्ली रोड, न्यू रेलवे रोड, ओल्ड रेलवे रोड, सदर्न पेरिफेरल रोड, हीरो होंडा से उमंग भारद्वाज चौक, द्वारका एक्सप्रेसवे, गोल्फ कोर्स एक्सटेंशन रोड, सुभाष चौक से वाटिका चौक, शीतला माता रोड और बसई रोड शामिल हैं। इन सड़कों पर दिनभर वाहनों की भारी भीड़ देखी जाती है, जिससे आने-जाने में लोगों को खासी दिक्कतों का सामना करना पड़ता है।
निष्कर्ष
गुरुग्राम में बढ़ती ट्रैफिक समस्या को लेकर किए जा रहे प्रयासों के बावजूद, इस चुनौती का दीर्घकालिक समाधान अत्यंत आवश्यक है। ट्रैफिक मोबिलिटी प्लान को अगर समय पर लागू किया जाता है, तो यह शहर को आने वाले वर्षों में ट्रैफिक जाम की गंभीर समस्या से राहत दिला सकता है। वहीं, पुलिस द्वारा लगातार चलाए जा रहे विशेष अभियानों से यातायात नियमों का पालन सुनिश्चित किया जा रहा है।