दिल्ली मेट्रो के संचालन सुगम और आसान बनाने के लिए लगातार प्रयासरत DMRC ने एक महत्वपूर्ण निर्णय लिया है। दिल्ली में पहले से ही हर कोरिडोर को अलग-अलग रंगों से पहचाना जाता है, और अब ‘सोने की मेट्रो’ भी इसी तरह लोगों के दिलों को जीतने के लिए तैयार है।
बड़ा फैसला: गोल्डन लाइन का नामकरण
दिल्ली मेट्रो रेल कॉर्पोरेशन (DMRC) ने दिल्ली मेट्रो के चरण-4 परियोजना के तहत 25.82 किमी की ‘सिल्वर लाइन’ का नाम बदलकर ‘गोल्डन लाइन’ कर दिया है। इससे इस लाइन को अब गोल्डन लाइन के रूप में जाना जाएगा।
मुख्य विवाद: विजिबिलिटी की समस्या
16 स्टेशनों वाली इस महत्वपूर्ण लाइन को पहले ‘सिल्वर’ कलर कोड दिया गया था, लेकिन खराब मौसम में विजिबिलिटी से जुड़ी समस्या को ध्यान में रखते हुए इसे ‘गोल्डन’ कर दिया गया है। यह फैसला सिल्वर कलर के कोचों पर लगी पट्टी की वजह से लिया गया है, जो कि खराब मौसम में स्पष्टता नहीं देती थी।
महत्वपूर्ण योजना: गोल्डन लाइन के बारे में
दिल्ली मेट्रो की एक निर्माणाधीन रैपिड ट्रांजिट लाइन ‘गोल्डन लाइन’ साउथ दिल्ली को दिल्ली एयरपोर्ट से जोड़ने का काम करेगी। यह लाइन पहले दिल्ली एयरोसिटी से योजनाबद्ध की गई थी और इसका अंतिम स्थान तुगलकाबाद होगा।
अन्य महत्वपूर्ण योजनाएं:
इस के अलावा, फेज 4 में दो अन्य कॉरिडोरों का निर्माण हो रहा है: मजेंटा लाइन (जनकपुरी पश्चिम से आरके आश्रम) और पिंक लाइन (मजलिस पार्क से मौजपुर)।
चौथे चरण के निर्माण कार्य की अनुमानित समाप्ति मार्च 2026 है।