नई दिल्ली:
पहलगाम हमले के बाद पाकिस्तान के खिलाफ जारी सख्त रुख के बीच भारत ने अपनी सुरक्षा तैयारियों को और पुख्ता करना शुरू कर दिया है। इसी क्रम में बुधवार को पूरे देश में आपातकालीन हालात से निपटने के लिए मॉक ड्रिल (सुरक्षा अभ्यास) किया गया। राजधानी दिल्ली में भी 11 जिलों के 55 स्थानों पर इस अभ्यास को अंजाम दिया गया।
सायरन बजा, लोगों को दी गई चेतावनी
मॉक ड्रिल के दौरान हवाई हमले का सायरन बजाकर लोगों को चेताया गया। इस दौरान सिविल डिफेंस की टीमों ने लोगों को सुरक्षित स्थानों तक पहुंचाने का रिहर्सल किया। कहीं-कहीं पर ट्रैफिक को भी अस्थाई रूप से रोका गया ताकि अभ्यास रियल सिचुएशन के करीब हो।
क्या था इस अभ्यास का मकसद?
इस अभ्यास का उद्देश्य था –
✔ हवाई हमले जैसी आपात स्थिति में कैसे किया जाए त्वरित रेस्पॉन्स
✔ आम जनता को अलर्ट रहने और सुरक्षित जगह तक पहुंचने का तरीका सिखाना
✔ सुरक्षाबलों की तैयारी को ज़मीन पर परखना
दिल्ली पूरी तरह अलर्ट पर
हालात को देखते हुए राजधानी दिल्ली पहले से ही हाई अलर्ट पर है। सुरक्षा एजेंसियों को किसी भी अप्रिय स्थिति से निपटने के लिए पूरी तरह अलर्ट कर दिया गया है। सोशल मीडिया पर भी नजर रखी जा रही है ताकि अफवाहों को फैलने से रोका जा सके।
सख्ती के बीच सिखाई जा रही सतर्कता
भारत सरकार यह सुनिश्चित कर रही है कि कोई भी स्थिति चाहे कितनी भी गंभीर क्यों न हो, देश की जनता और सुरक्षा तंत्र उसके लिए तैयार रहे। इस मॉक ड्रिल से यह संदेश साफ है— देश तैयार है, दुश्मन को जवाब देने के लिए भी और नागरिकों की सुरक्षा के लिए भी।