शराब नीति घोटाले से जुड़े मनी लॉन्ड्रिंग मामले में दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल की मुश्किलें बढ़ी हैं। विजिलेंस विभाग ने उनके निजी सहायक विभव कुमार को उनकी सेवाओं से बर्खास्त कर दिया है। जानिए मामले का पूरा सच।
महत्वपूर्ण बिंदु:
दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल के निजी सहायक विभव कुमार को बर्खास्त किया गया है।
उनके खिलाफ 2007 के एक मामले में आरोप लगाया गया था, जिसमें उन्हें सरकारी काम में बाधा डालने और शिकायतकर्ता को धमकी देने का आरोप था।
ईडी ने उन्हें अबकारी नीति घोटाले के मामले में गिरफ्तार किया था, जिसमें उन्हें 10 दिन की कस्टडी रिमांड मिली थी।
मामले का विवरण:
2007 में दर्ज हुई FIR में विभव कुमार को गाली देने और धमकी देने का आरोप था। ईडी ने उनसे पूछताछ की थी और उन्हें न्यायिक हिरासत में भेजा गया था। अब उनके निजी सहायक को भी बर्खास्त कर दिया गया है।
अगला कदम:
जांच एजेंसी ने आगे भी इस मामले में कई नेताओं को गिरफ्तार कर सकती है। इससे बड़े और राजनीतिक घटनाक्रमों की उम्मीद है।
नवीनतम खबर:
अरविंद केजरीवाल को 21 मार्च को अबकारी नीति घोटाले के मामले में गिरफ्तार किया गया था। उन्हें अब भी न्यायिक हिरासत में बंद किया गया है।