राष्ट्रीय प्राणी उद्यान, जिसे दिल्ली चिड़ियाघर के नाम से भी जाना जाता है, ने गर्मी के बढ़ते प्रभाव को देखते हुए अपने समय में परिवर्तन किया है। अब पर्यटक शाम 4:30 बजे तक टिकट खरीद सकेंगे और प्रवेश का समय शाम 5:30 बजे तक बढ़ा दिया गया है। इसके अलावा, चिड़ियाघर का दौरा करने का समय भी 6:30 बजे तक बढ़ा दिया गया है।
बढ़ी हुई टिकट की सीमा
दिल्ली चिड़ियाघर के निदेशक संजीत कुमार ने बताया कि ग्रीष्मकालीन अवकाश के चलते पर्यटकों की बढ़ती संख्या को देखते हुए एक दिन में टिकट की अधिकतम सीमा को 18,000 से बढ़ाकर 24,000 कर दिया गया है। यह व्यवस्था 1 जून से लागू हो जाएगी।
विशेषाधिकार टिकट धारकों के लिए सुविधाएं
विशेषाधिकार टिकट (प्रिविलेज टिकट) खरीदने वाले विदेशी, दिव्यांग और बुजुर्ग पर्यटकों के लिए विशेष सुविधाएं प्रदान की जा रही हैं। उन्हें भीड़ से बचने के उपायों के साथ ही टिकट की तारीख और समय बदलने की सुविधा भी मिलेगी।
वन्यजीव गोद लेने की योजना
दिल्ली चिड़ियाघर ने एक नई योजना शुरू की है जिसमें लोग एक दिन के लिए वन्यजीवों को गोद ले सकेंगे। शेर, हाथी और चीता को एक दिन के लिए गोद लेने का खर्च 1643 रुपए तय किया गया है, जबकि तेंदुए का खर्च 986 रुपए है। विभिन्न प्रकार के पशु-पक्षियों के लिए अलग-अलग शुल्क निर्धारित किए गए हैं।
केयरटेकर की भर्ती प्रक्रिया
करीब 30 सालों बाद, दिल्ली चिड़ियाघर ने बड़े पैमाने पर केयरटेकर की भर्ती प्रक्रिया शुरू की है। ये केयरटेकर जानवरों की देखभाल करेंगे और उनके व्यवहार पर नजर रखेंगे। पहले इसके लिए माध्यमिक विद्यालय प्रमाणपत्र की आवश्यकता होती थी, लेकिन अब बारहवीं कक्षा पास होना ही पर्याप्त है।
इन सभी प्रयासों से दिल्ली चिड़ियाघर पर्यटकों और वन्यजीवों दोनों के लिए एक बेहतर अनुभव प्रदान करने का लक्ष्य रखता है।