गुरुग्राम से रेवाड़ी के बीच यात्रा को आसान बनाने के लिए गुरुग्राम-रेवाड़ी हाईवे का निर्माण तेजी से हो रहा है। भारतीय राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण (एनएचएआई) ने इस 900 करोड़ रुपये के प्रोजेक्ट को मार्च तक पूरा करने का लक्ष्य रखा है। इस हाईवे पर 46 किमी की लंबाई में 20 अंडरपास और फ्लाईओवर हैं।
भारतीय राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण (एनएचएआई) ने गुरुग्राम-रेवाड़ी को जोड़ने वाले नए हाईवे के 80% काम को पूरा कर लिया है। इस हाईवे के बनने से गुरुग्राम से रेवाड़ी की यात्रा 15 किमी तक कम हो जाएगी। प्राधिकरण ने मार्च तक इस 900 करोड़ रुपये के प्रोजेक्ट को पूरा करने का लक्ष्य रखा है।
प्रमुख विशेषताएं:
फ्लाईओवर और अंडरपासः इस 46 किमी लंबे हाईवे पर 20 अंडरपास और फ्लाईओवर बनाए गए हैं, जिससे यात्रा को सुगम बनाने में मदद मिलेगी।
ग्रीनफील्ड सेक्शनः हाईवे के छह किलोमीटर हिस्से को ग्रीनफील्ड के रूप में विकसित किया गया है, जो खेतों से होकर गुजरेगा। पटौदी बाईपासः हाईवे में पटौदी में सात किमी लंबा बाईपास भी शामिल है, जिससे यात्रा की गति में सुधार होगा।
हाईवे के लाभ
गुरुग्राम से रेवाड़ी की यात्रा को फिलहाल दिल्ली-जयपुर हाईवे से होकर जाना पड़ता है, जिससे ट्रैफिक जाम की समस्या होती है। नया हाईवे इस समस्या को कम करेगा और यात्रा का समय भी कम करेगा।
प्रोजेक्ट के बारे में
एनएचएआई ने नवंबर 2021 में गुरुग्राम-पटौदी-रेवाड़ी हाईवे के निर्माण की शुरुआत की। यह हाईवे एन 352डब्ल्यू का हिस्सा है, जिसमें पटौदी में 7 किमी लंबा बाईपास भी शामिल है। हाईवे का 6 किमी हिस्सा ग्रीन फील्ड है, यानी खेतों से होकर गुजरेगा।
भूमि अधिग्रहण में देरी
हाईवे के निर्माण में भूमि अधिग्रहण की वजह से कुछ देरी हुई है। पहले इसके निर्माण की समय सीमा मार्च 2024 थी, लेकिन भूमि अधिग्रहण में आने वाली बाधाओं के कारण समय पर काम पूरा नहीं हो पाया।
इस हाईवे का निर्माण पूरा होने के बाद गुरुग्राम से रेवाड़ी की यात्रा में 15 किमी की कमी आएगी और यात्रा समय भी कम होगा। यह नया हाईवे क्षेत्र की विकास को गति देगा और लोगों के लिए सुविधाजनक रहेगा।