नई दिल्ली – उत्तर प्रदेश और हरियाणा में रहने वाले लोगों के लिए एक बड़ी खुशखबरी है। जल्द ही फ़रीदाबाद और जेवर के बीच एक नया एक्सप्रेसवे खुलने वाला है, जो दोनों राज्यों को एक नए रफ्तार से जोड़ने वाला है।

2025 तक पूरा होगा एक्सप्रेसवे
भारतीय राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण (NHAI) द्वारा जून 2023 में शुरू की गई इस परियोजना का काम तेजी से चल रहा है। फ़रीदाबाद-जेवर एक्सप्रेसवे के जून 2025 तक पूरा होने की संभावना है। यह एक्सप्रेसवे फ़रीदाबाद को नोएडा में स्थित जेवर अंतर्राष्ट्रीय हवाई अड्डे से जोड़ेगा, जिससे दोनों राज्यों के बीच यात्रा करना और भी आसान हो जाएगा।
रियल एस्टेट में बढ़ेगी मांग
इस 6-लेन एक्सप्रेसवे के बनने से फ़रीदाबाद और जेवर के बीच की 90 किलोमीटर की दूरी घटकर केवल 31 किलोमीटर रह जाएगी। इससे यात्रा समय भी कम होगा और रियल एस्टेट की कीमतों में बढ़ोतरी की संभावना है। एक्सप्रेसवे के पास की भूमि और संपत्ति की मांग बढ़ेगी, जिससे आर्थिक गतिविधियों में तेजी आएगी।

मार्ग विवरण
फ़रीदाबाद-जेवर एक्सप्रेसवे फ़रीदाबाद के सेक्टर 65 से शुरू होकर सेक्टर 117, 118, 122 और 123 को कनेक्ट करेगा। यह उत्तर प्रदेश के गौतम बुद्ध नगर में वल्लभनगर, अमपुर और झुप्पा जैसे गांवों से होकर गुजरेगा, जबकि हरियाणा में बाहपुर, कलां, मोहना और नरहावली गांवों को जोड़ेगा।
प्रमुख विशेषताएं
लंबाई: 31 किलोमीटर (22 किलोमीटर हरियाणा में, 9 किलोमीटर उत्तर प्रदेश में)
लागत: 2414.67 करोड़ रुपये
निर्माणकर्ता संस्था: एनएचएआई (NHAI)
गति सीमा: 120 किमी प्रति घंटा
शुरुआत: झुप्पा गांव (गौतमबुद्ध नगर)
अंत: साहुपुरा (हरियाणा)
अन्य कनेक्टिविटी
इस बीच, हरियाणा के मोहना गांव में एक इंटरचेंज का निर्माण भी चल रहा है, जो कुंडली-गाजियाबाद-पलवल (केजीपी) एक्सप्रेसवे को जेवर एक्सप्रेसवे से जोड़ेगा। इससे यात्रा और भी सुगम हो जाएगी।

आर्थिक विकास को बढ़ावा
फ़रीदाबाद-जेवर एक्सप्रेसवे न केवल यातायात को सुगम बनाएगा बल्कि एनसीआर के शहरों के बीच आर्थिक गतिविधियों को भी बढ़ावा देगा। इसके निर्माण से प्रॉपर्टी की कीमतों में उछाल आएगा और नए उद्योग-धंधों से रोजगार के अवसर भी पैदा होंगे। भविष्य में इस एक्सप्रेसवे को 8 लेन तक विस्तार करने की योजना है।
भविष्य की संभावनाएं
नोएडा समेत एनसीआर के लोगों के हवाई सफर को आसान बनाने के लिए जेवर अंतर्राष्ट्रीय हवाई अड्डे का उद्घाटन भी इसी साल के अंत तक हो सकता है। इसके साथ ही मेट्रो और रैपिड रेल जैसी परियोजनाएं भी यात्रियों के लिए सहूलियतें बढ़ा रही हैं।
यह नई एक्सप्रेसवे परियोजना एनसीआर के विकास में एक महत्वपूर्ण कदम साबित होगी और लोगों के जीवन को आसान बनाएगी।