एनसीआर में विकास की लहर तेजी से बह रही है और अब इस क्षेत्र में रोजगार की बाढ़ आने वाली है। यमुना एक्सप्रेसवे औद्योगिक विकास प्राधिकरण (YEIDA) ने सेक्टर-29 में बुनियादी ढांचे के लंबित कार्यों को पूरा कर लिया है। यहां अपैरल पार्क में 40 नई फैक्ट्रियों का निर्माण जून से शुरू होने वाला है, जिससे न केवल दिल्ली-एनसीआर बल्कि अन्य राज्यों के श्रमिकों को भी रोजगार मिलेगा।
जेवर हवाई अड्डे के पास बन रहा रोजगार केंद्र
जेवर अंतर्राष्ट्रीय हवाई अड्डे के पास देश का सबसे बड़ा और आधुनिक परिधान पार्क स्थापित किया जा रहा है। इसके लिए यमुना प्राधिकरण ने 92 भूखंड आवंटित किए थे, जिनमें से 65 पर कब्जा हो चुका है। शेष भूखंडों के नक्शे पास होने की प्रक्रिया चल रही है। जैसे ही यह प्रक्रिया पूरी होगी, कारखानों का निर्माण शुरू हो जाएगा।
महिलाओं के लिए आरक्षित नौकरियां
इस परियोजना से लगभग 3 लाख लोगों को प्रत्यक्ष और अप्रत्यक्ष रोजगार मिलने की उम्मीद है, जिनमें से 70 प्रतिशत नौकरियां महिलाओं के लिए आरक्षित हैं। यह कदम महिलाओं के आर्थिक सशक्तिकरण की दिशा में महत्वपूर्ण साबित होगा।
कारखानों का निर्माण जल्द शुरू होगा
अपैरल पार्क एसोसिएशन के अध्यक्ष ललित ठुकराल ने बताया कि प्राधिकरण के अधिकारियों के साथ हुई बैठक में सर्वसम्मति से अगले महीने 30 से 40 कारखानों का निर्माण शुरू करने पर सहमति बनी है। इस पार्क में तैयार कपड़ों से संबंधित कारखाने स्थापित किए जाएंगे, जिससे स्थानीय और अन्य राज्यों के लोगों को रोजगार मिलेगा।
आर्थिक विकास को मिलेगा बढ़ावा
जेवर एयरपोर्ट का काम लगभग पूरा हो चुका है और इस साल के अंत तक हवाई यातायात शुरू होने की उम्मीद है। इससे पूरे एनसीआर क्षेत्र को आर्थिक बढ़ावा मिलेगा। यहां पर 40 फैक्ट्रियों की स्थापना से एनसीआर की आर्थिक गतिविधियों को मजबूती मिलेगी और बड़े पैमाने पर रोजगार के अवसर उत्पन्न होंगे।
एनसीआर में रोजगार के ये नए अवसर क्षेत्र की आर्थिक स्थिति को मजबूत करेंगे और विशेषकर महिलाओं के लिए एक नई उम्मीद की किरण बनेंगे। इस विकास से न केवल एनसीआर बल्कि अन्य राज्यों के भी कई लोगों को रोजगार मिलेगा, जिससे पूरे क्षेत्र की सामाजिक और आर्थिक स्थिति में सुधार होगा।