नई दिल्ली रेलवे स्टेशन से छह लाख से अधिक यात्री रोजाना सफर करते हैं। मोदी सरकार के योजना के तहत हवाई अड्डों की तर्ज पर रेलवे स्टेशनों को आधुनिक और सुंदर बनाया जा रहा है। रेलवे स्टेशन के पुनर्विकास के लिए लोकसभा चुनाव के तुरंत बाद टेंडर जारी किए जाएंगे।
रेलवे स्टेशन का पुनर्विकास:
नई दिल्ली रेलवे स्टेशन के पुनर्विकास कार्य के लिए 2023 के बजट में विशेष प्रावधान किया गया है। हालांकि, स्टेशन से पूरब-पश्चिम और उत्तर-दक्षिण दिशा में आने-जाने वाली 300 से अधिक रेलगाड़ियों के कारण टेंडर में देरी हो रही है।
अब रेलवे ने नई योजना बनाई है जिसमें इन ट्रेनों को दूसरे स्टेशनों से चलाने की योजना बनाई जा रही है।
रेलवे स्टेशनों का बदलाव:
आनंद विहार स्टेशन: यहां से पूर्व दिशा की ओर जाने वाली ट्रेनें चलाई जाएंगी। यूपी, बिहार, झारखंड, पश्चिम बंगाल और नॉर्थ-ईस्ट के लिए यहां से ट्रेनें मिलेंगी।
सराय रोहिल्ला स्टेशन: पंजाब और हरियाणा के लिए चलने वाली गाड़ियों को यहां से संचालित किया जा सकता है।
दिल्ली कैंट और हजरत निजामुद्दीन: एमपी, राजस्थान, गुजरात, और महाराष्ट्र की तरफ जाने वाली गाड़ियों को इन स्टेशनों से चलाने की योजना है।
पुरानी दिल्ली, गाजियाबाद, और साहिबाबाद: यहां से भी कुछ ट्रेनों को चलाने की तैयारी है।
पुनर्विकास की समयसीमा:
नई दिल्ली रेलवे स्टेशन के सौंदर्यीकरण का कार्य जून के बाद शुरू हो जाएगा। इस कार्य को चार चरणों में पूरा करने की योजना थी, लेकिन अब एक साथ कार्य करने की योजना बनाई जा रही है। माना जा रहा है कि पुनर्विकास का काम इस साल के आखिर में शुरू होगा और 2028 या 2029 की शुरुआत तक नई दिल्ली रेलवे स्टेशन विश्व के सबसे आधुनिक स्टेशनों में से एक बन जाएगा।
प्रोजेक्ट पर खर्चा:
नई दिल्ली रेलवे स्टेशन के पुनर्विकास प्रोजेक्ट पर 4700 करोड़ रुपये खर्च होने की संभावना है। नए डिजाइन में रेलवे स्टेशन एयरपोर्ट या मॉल की तरह नजर आएगा और सारा ट्रैफिक एलिवेटेड रोड से होकर गुजरेगा।
इस नए पुनर्विकास से नई दिल्ली रेलवे स्टेशन आधुनिकता और आकर्षण के नए स्तर तक पहुंचेगा, जिससे यात्रियों के लिए अनुभव अधिक सुखद और सुविधाजनक हो जाएगा।