दिल्ली में हुई पानी की किल्लत, अब दिन में पानी दो बार की बजाय मिलेगा बस एक बार

दिल्ली में गर्मियों के आगमन के साथ ही पानी की मांग बढ़ जाती है। जल बोर्ड की पाइप लाइनों में टूट-फूट के कारण हजारों लीटर पानी बर्बाद हो रहा है। इसके अलावा, कई इलाकों में लोगों को पानी के टैंकर के लिए घंटों इंतजार करना पड़ता है।

अब दिन में सिर्फ एक बार पानी की आपूर्ति
दिल्ली सरकार ने निर्णय लिया है कि अब उन इलाकों में जहां दिन में दो बार पानी की आपूर्ति होती थी, वहां केवल एक बार ही पानी मिलेगा। सरकार का कहना है कि हरियाणा से पर्याप्त पानी नहीं मिल पाने के कारण यह कदम उठाया गया है।

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सरकार सुप्रीम कोर्ट जाने को तैयार
दिल्ली सरकार ने चेतावनी दी है कि अगर हरियाणा से एक-दो दिनों में पर्याप्त पानी नहीं मिला, तो वे सुप्रीम कोर्ट जाएंगे। इस व्यवस्था से बचाए गए पानी को अन्य प्रभावित क्षेत्रों में वितरित किया जाएगा।

पानी की बर्बादी पर लगेगा जुर्माना
जल मंत्री आतिशी ने बताया कि पानी की बर्बादी करने वालों पर जुर्माना लगाने की तैयारी है। उन्होंने हरियाणा पर दिल्ली के हिस्से का पानी नहीं देने का आरोप लगाया है, जिससे यमुना का जल स्तर गिर गया है और जल आपूर्ति प्रभावित हो रही है।

जल स्तर में भारी गिरावट
वर्ष 2023 के मुकाबले इस साल वजीराबाद में जल स्तर काफी गिर गया है। एक मई को जल स्तर 674.5 फीट था, जो 28 मई तक गिरकर 669.8 फीट पर आ गया है।

पानी बर्बाद न करने की अपील
सरकार ने लोगों से पानी की बर्बादी रोकने की अपील की है। वाहन धोने और अन्य गतिविधियों में पानी का अनावश्यक उपयोग न करने की सलाह दी गई है।

भाजपा ने दिल्ली सरकार को ठहराया जिम्मेदार
भाजपा ने जल संकट के लिए दिल्ली सरकार को जिम्मेदार ठहराया है। भाजपा अध्यक्ष वीरेंद्र सचदेवा ने कहा कि जल मंत्री आतिशी दिल्लीवासियों को गुमराह कर रही हैं और पानी की बर्बादी एवं चोरी को रोकने में विफल रही हैं। उन्होंने कहा कि दिल्ली में पानी की पर्याप्त आपूर्ति के बावजूद समस्या बनी हुई है।

प्रभावित क्षेत्र
दिल्ली के कई इलाकों में जल संकट गहराया हुआ है। रोहिणी, बेगमपुर, सुल्तानपुरी, मंगोलपुरी, न्यू अशोक नगर, सराय रोहिल्ला, और दक्षिणी दिल्ली के ओखला, संगम विहार, देवली जैसे इलाकों में पानी की आपूर्ति प्रभावित है।

दिल्ली में पानी की किल्लत एक गंभीर समस्या बन गई है। सरकार हरियाणा पर पानी नहीं देने का आरोप लगा रही है, जबकि भाजपा दिल्ली सरकार की अक्षमता को दोषी ठहरा रही है। आने वाले दिनों में इस मुद्दे पर और भी विवाद बढ़ने की संभावना है।