दिल्ली के स्कूलों में शिक्षको की कमी, पीजीटी तथा प्राथमिक शिक्षकों के पद है रिक्त

दिल्ली के स्कूलों में शिक्षकों की कमी: एक चिंताजनक स्थिति

शिक्षा का महत्व हर कोई समझता है, लेकिन दिल्ली के स्कूलों में शिक्षकों की कमी का मुद्दा एक बार फिर उठ आया है। नवीनतम रिपोर्ट के अनुसार, टीजीटी और प्राथमिक शिक्षकों के 3330 पद रिक्त हैं, जो कि शिक्षा तंत्र के लिए एक चिंताजनक संकेत है।

शिक्षकों का अभाव: शिक्षा के लिए बड़ी चुनौती

पढ़ाई के मंदिर में गुरुकुलों का महत्व अपनाने वाले दिल्ली के स्कूलों में शिक्षकों की कमी नए सवालों को उठाती है। नए शिक्षकों की भर्ती का मुद्दा भी गंभीर रूप से उठा है, जिसके चलते स्कूलों में पद खाली हैं। इसके अलावा, फिजिकल एजुकेशन के शिक्षकों की भी कमी होने से स्पोर्ट्स को बढ़ावा देने में भी बाधाएं आ सकती हैं।

संपर्क में अयोग्यता: शिक्षा निदेशालय का जवाब क्यों नहीं?

इस महत्वपूर्ण मुद्दे पर शिक्षा निदेशालय का जवाब ना मिलना वास्तव में हैरानी की बात है। एक्टिविस्टों का दावा है कि उन्होंने प्रधानाचार्य और उपप्रधानाचार्य के रिक्त पदों की भी जानकारी मांगी थी, लेकिन संपर्क नहीं हुआ। शिक्षा निदेशालय से इस मुद्दे पर सही जवाब मिलना आवश्यक है ताकि शिक्षा क्षेत्र में सुधार की प्रक्रिया में कोई देरी न हो।

दिल्ली के शिक्षा तंत्र में सुधार की आवश्यकता को ध्यान में रखते हुए, सरकार को इस मामले पर गंभीरता से ध्यान देना चाहिए ताकि हमारे बच्चों का भविष्य सुनहरा बन सके।