दिल्ली के कनॉट प्लेस में किराए पर दुकान या ऑफिस लेना NCR के सबसे महंगे इलाकों में आता है। यहाँ किराए की दरों में साल-दर-साल 33% की बढ़ोतरी दर्ज की गई है, जो टियर-वन शहरों में सबसे अधिक है। इसके बाद बेंगलुरु की हेनूर मेन रोड और कमर्शियल स्ट्रीट हैं, जहाँ किराए में क्रमशः 20% और 17% की वृद्धि हुई है।
गुवाहाटी-शिलांग रोड पर सबसे अधिक वृद्धि

टियर-टू शहरों में, गुवाहाटी-शिलांग रोड पर किराए में 38% की बड़ी वृद्धि दर्ज की गई है। नाइट फ्रैंक इंडिया की रिपोर्ट के अनुसार, 2023 में हाई स्ट्रीट पर प्रति वर्ग फुट औसतन 370 अमेरिकी डॉलर की कमाई हुई।
2024-25 में संभावित खपत
रिपोर्ट के अनुसार, 2024-25 में 29 शहरों की 58 हाई स्ट्रीट पर संभावित खपत लगभग तीन बिलियन अमेरिकी डॉलर होगी। इसमें एनसीआर पहले स्थान पर है, जहाँ सबसे अधिक स्टोर मौजूद हैं। बेंगलुरु और हैदराबाद दूसरे और तीसरे स्थान पर हैं।
प्रमुख किराए की दरें

एनसीआर के खान मार्केट में किराया सबसे अधिक है, जो 1,000 से 1,500 रुपये प्रति वर्ग फुट प्रति माह है। इसके बाद गुरुग्राम में डीएलएफ गैलेरिया है, जहाँ किराया 800 से 1,200 रुपये प्रति वर्ग फुट प्रति माह है।
टियर-वन और टियर-टू शहर
दिल्ली, बेंगलुरु, चेन्नई, हैदराबाद, मुंबई, पुणे, कोलकाता, और अहमदाबाद टियर-वन शहरों में शामिल हैं। टियर-टू शहरों में अमृतसर, भोपाल, चंडीगढ़, गाजियाबाद, जयपुर, लखनऊ, पटना, सूरत, और विशाखापत्तनम जैसे शहर हैं।