गाजियाबाद के सिद्धार्थ विहार में गंगा जल आपूर्ति के लिए नया प्लांट तैयार हो गया है। यह जिले का तीसरा प्लांट है और यह क्षेत्र के लिए महत्वपूर्ण है क्योंकि इससे लाखों लोगों को गंगाजल की आपूर्ति होगी। प्लांट का ट्रायल पूरा हो चुका है और जल्द ही यह चालू हो जाएगा।

प्लांट का विवरण
सिद्धार्थ विहार में स्थित इस प्लांट की क्षमता 120 एमएलडी (मिलियन लीटर प्रति दिन) है। इससे पहले जिले में 120 एमएलडी और करीब 245 एमएलडी के दो अन्य प्लांट भी पहले से चल रहे हैं। नए प्लांट से नोएडा को 90 एमएलडी और सिद्धार्थ विहार आवासीय योजना को 30 एमएलडी गंगाजल की आपूर्ति की जाएगी। इसके जरिए लगभग नौ लाख लोगों की पेयजल जरूरत पूरी होगी।

प्लांट का निर्माण और लागत
इस प्लांट का निर्माण वर्ष 2018 में शुरू हुआ था, जब इसकी लागत 239 करोड़ रुपये थी। लेकिन कोरोना महामारी और एनएच-नौ और दिल्ली-मेरठ एक्सप्रेसवे के निर्माण के चलते काम में देरी हुई। इसके कारण, प्लांट की लागत बढ़कर 304 करोड़ रुपये हो गई।

सप्लाई और तैयारी
प्लांट के प्रभारी उन्मेष शुक्ला ने बताया कि प्लांट पूरी तरह तैयार है और सभी ट्रायल सफलतापूर्वक पूरे हो चुके हैं। जलाशय भर दिए गए हैं और संबंधित विभागों को जल आपूर्ति शुरू करने के लिए पत्र भेज दिया गया है।
आपूर्ति में समय लगेगा
आवास एवं विकास परिषद के अधिशासी अभियंता अमन त्यागी ने बताया कि फिलहाल सिद्धार्थ विहार में पर्याप्त गंगाजल मिल रहा है। जलाशय से घरों तक आपूर्ति पहुंचाने के लिए विद्युत कनेक्शन की प्रक्रिया शुरू हो चुकी है, जिसमें आठ माह का समय लग सकता है।

प्रभावित क्षेत्र
सिद्धार्थ विहार की 10 सोसाइटियों में पहले से दूसरे प्लांट से आपूर्ति हो रही है, लेकिन गंगाजल की कमी के कारण सिद्धार्थ विहार और इंदिरापुरम में भी पानी की कमी का सामना करना पड़ रहा है। नोएडा में भी सेक्टर 118 और सेक्टर 127 समेत कई क्षेत्रों में गंगाजल आपूर्ति की जाएगी।
नोएडा जल महाप्रबंधक आरपी सिंह ने कहा कि घरों में आपूर्ति के लिए लगाई गई पुरानी लाइन की मरम्मत हो रही है, जिसमें चार से पांच माह का समय लग सकता है। काम पूरा होने के बाद आपूर्ति शुरू की जाएगी।