दिल्ली में ट्रैफिक जाम की समस्या को कम करने के लिए 10 नए इंफ्रास्ट्रक्चर प्रोजेक्ट्स की योजना बनाई गई है। इन प्रोजेक्ट्स पर लगभग 4000 करोड़ रुपये खर्च होने का अनुमान है।
117 स्थानों पर ट्रैफिक जाम की पहचान
दिल्ली में 117 स्थानों को चिन्हित किया गया है जहां सबसे अधिक ट्रैफिक जाम होता है। इन्हीं स्थानों को ध्यान में रखकर नए फ्लाईओवर, एलिवेटेड रोड और अंडरपास बनाने की योजना तैयार की गई है। इन प्रोजेक्ट्स के लिए लोक निर्माण विभाग (PWD) ने ट्रैफिक पुलिस और परिवहन विभाग से रिपोर्ट मांगी है।
निर्माण कार्य के लिए प्रस्ताव
दिल्ली के उपराज्यपाल वी के सक्सेना ने विभिन्न विभागों को आपसी तालमेल बनाकर काम करने के निर्देश दिए हैं। इसके बाद PWD को विभिन्न इलाकों में एलिवेटेड रोड, फ्लाईओवर और अंडरपास बनाने के कई प्रस्ताव मिले हैं। अधिकारियों के अनुसार, निर्माण कार्य से पहले उसकी जरूरत का आकलन किया जाएगा।
प्रमुख निर्माण स्थल
एलिवेटेड रोड:
रिंग रोड पर हनुमान मंदिर से सिग्नेचर ब्रिज तक
शिवाजी मार्ग पर जखीरा क्रॉसिंग से कर्मपुरा तक
बवाना गांव से DSIIDC से औचंदी, कंझवाला होते हुए नरेला रोड तक
मुरबा चौक से पीरागढ़ी और ज्वालाहेड़ी मार्केट से ज्वालापुरी रेड लाइट तक
फ्लाईओवर और अंडरपास:
चौधरी ब्रह्मप्रकाश चौक से पूसा रोड, केएस कृष्णन मार्ग, और देव प्रकाश शास्त्री मार्ग तक
एनएसजी इंटरसेक्शन से एयरपोर्ट तक
पंचशील फ्लाईओवर और चिराग दिल्ली फ्लाईओवर के नीचे अंडरपास बनाने की योजना
प्रोजेक्ट्स से होने वाले फायदे
इन 10 इंफ्रास्ट्रक्चर प्रोजेक्ट्स से दिल्ली में यातायात सुगम होगा। लोगों का समय और पैसा दोनों बचेंगे और प्रदूषण के स्तर में भी कमी आएगी। अधिकारी आश्वस्त हैं कि इन प्रोजेक्ट्स के सफल कार्यान्वयन से दिल्ली की ट्रैफिक समस्या में महत्वपूर्ण सुधार आएगा।
दिल्लीवासियों के लिए ये परियोजनाएं राहत का सबब बनेंगी और शहर के विकास में महत्वपूर्ण योगदान देंगी।