यह खबर दिल्ली वालों के लिए बेहद जरूरी है!* 📰
दिल्ली की सड़कों पर ऑटो चालकों की मनमानी से शायद ही कोई अछूता हो। बिना मीटर के किराया वसूलना, मनमर्जी से रूट बदलना, गलत तरीके से ऑटो पार्क करना और ट्रैफिक नियमों को तोड़ना—ये सब आम बातें हो चुकी हैं। रोज़मर्रा के यात्री तो इस परेशानी से जूझते ही हैं, लेकिन अब ट्रैफिक पुलिस के आंकड़े भी यह साबित कर रहे हैं कि ऑटो चालक लगातार नियमों का उल्लंघन कर रहे हैं।
ट्रैफिक पुलिस के आंकड़े क्या कहते हैं?
दिल्ली में करीब एक लाख ऑटो चालक हैं, जिनमें से अधिकतर नियमों की अनदेखी करते हैं। ट्रैफिक पुलिस के आंकड़ों के अनुसार, कई ऑटो चालक बिना लाइसेंस, बिना परमिट, बिना इंश्योरेंस और बिना वर्दी के वाहन चला रहे हैं।
मुख्य निष्कर्ष:
- बिना वर्दी ऑटो चलाने वालों की संख्या में 2.6% की वृद्धि
- बिना परमिट ऑटो चलाने वालों की संख्या में तेजी से बढ़ोतरी
- 2025 के पहले डेढ़ महीने में ही बिना परमिट 2080 चालान जारी
2023-2025: नियम तोड़ने के मामले बढ़े
अगर 2023 और 2024 की तुलना करें, तो हर साल ट्रैफिक नियमों का उल्लंघन करने के मामलों में 1-2% की वृद्धि दर्ज की गई है। हालांकि, 2024 में गलत तरीके से पार्किंग और ड्राइविंग सीट पर यात्री को बैठाने के मामलों में कुछ गिरावट देखी गई।
लेकिन चिंता की बात यह है कि 2025 में सिर्फ 15 फरवरी तक ही बिना परमिट ऑटो चलाने के 2080 मामले दर्ज हो चुके हैं, जो 2023 और 2024 के पूरे साल की तुलना में कहीं अधिक हैं।
ट्रैफिक पुलिस चला रही जागरूकता अभियान
स्पेशल कमिश्नर अजय चौधरी का कहना है कि ट्रैफिक पुलिस ऑटो चालकों को नियमों का पालन कराने के लिए लगातार जागरूकता अभियान चला रही है। इसके बावजूद जब वे नियमों का पालन नहीं करते, तो उनके खिलाफ सख्त कानूनी कार्रवाई की जाती है।
सवाल बना हुआ है—क्या सुधरेंगे ऑटो चालक?
दिल्ली में यातायात व्यवस्था सुधारने के लिए ट्रैफिक पुलिस अपनी ओर से प्रयास कर रही है, लेकिन ऑटो चालकों की लापरवाही यात्रियों की परेशानी बढ़ा रही है। सवाल यह है कि क्या लगातार बढ़ती कार्रवाई से कोई बदलाव आएगा, या फिर दिल्लीवालों को इसी अव्यवस्था से जूझना पड़ेगा?