राजकुमार आनंद का बयान है कि आम आदमी पार्टी का जन्म भ्रष्टाचार के खिलाफ आंदोलन से हुआ, लेकिन आज यही पार्टी भ्रष्टाचार के दलदल में फंस चुकी है। उनके अनुसार, दिल्ली की जनता के साथ धोखा हुआ है और भ्रष्टाचार के गंभीर आरोप लगे हैं।
सत्ता में आने के बाद भ्रष्टाचार का खेल
आनंद के मुताबिक, आम आदमी पार्टी सत्ता में आने के बाद खुद को भी भ्रष्टाचार से बचा नहीं सकी। उनके अनुसार, भ्रष्टाचार के खिलाफ लड़ने के नाम पर कुछ नेता अब खुद ही भ्रष्टाचार का हिस्सा बन गए हैं।
आनंद ने दिया इस्तीफा, छोड़ी AAP
राजकुमार आनंद ने हाल ही में अपने मंत्री पद और आम आदमी पार्टी से इस्तीफा दे दिया। उन्होंने पार्टी के राष्ट्रीय संयोजक अरविंद केजरीवाल को एक पत्र लिखकर अपने इस्तीफे की जानकारी दी थी।
ईडी की छापेमारी: और एक बड़ा कदम
राजकुमार आनंद के आवास पर हुई थी ईडी की छापेमारी, जिसमें उनके बिजनेस से जुड़े मामले के चौकाने वाले खुलासे हो रहे हैं। यह छापेमारी सीमा शुल्क मामले से भी जुड़ी है।
राजकुमार आनंद कौन हैं?
राजकुमार आनंद साल 2020 में पहली बार पटेल नगर सीट से विधायक बने थे और उन्हें दिल्ली सरकार के कैबिनेट में शामिल किया गया था।