दिल्ली से सटे गुरुग्राम से मेरठ तक मेट्रो सेवा से यात्रा होगी आसान”प्रमुख स्टेशन शामिल

गुरुग्राम से मेरठ तक यात्रा करने का तरीका अब और भी सरल होने वाला है। नमो भारत परियोजना के तहत रविवार से दिल्ली के न्यू अशोक नगर तक मेट्रो सेवा शुरू हो जाएगी। यह सेवा साहिबाबाद से मेरठ दक्षिण तक चल रही मेट्रो को एक नई दिशा में जोड़ते हुए अब न्यू अशोक नगर तक पहुंचेगी। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी इस महत्वाकांक्षी परियोजना के तहत रीजनल रैपिड ट्रांजिट सिस्टम (आरआरटीएस) के साहिबाबाद और न्यू अशोक नगर के बीच के खंड का उद्घाटन करेंगे।

नमो भारत का विस्तार: दिल्ली से रेवाड़ी तक

इस परियोजना के अगले चरण में नमो भारत ट्रेन दिल्ली के सराय काले खां से लेकर हरियाणा के रेवाड़ी के धारूहेड़ा तक जाएगी। खास बात यह है कि यह मेट्रो रूट गुरुग्राम से भी जुड़ा होगा। दिल्ली में सराय काले खां, जोरबाग, मुनीरका, और एरो सिटी जैसे प्रमुख स्टेशनों पर मेट्रो स्टेशन बनाए जाएंगे, जबकि हरियाणा के गुरुग्राम और रेवाड़ी में नौ नए स्टेशन तैयार किए जाएंगे।

गुरुग्राम में भूमिगत स्टेशन: राजीव चौक पर खास तैयारी

गुरुग्राम में राजीव चौक पर भूमिगत मेट्रो स्टेशन का निर्माण किया जाएगा। इसके लिए एनसीआरटीसी को 61,935 वर्ग मीटर जमीन की आवश्यकता होगी। इस परियोजना के लिए कृषि विभाग, परिवहन विभाग, और जिला प्रशासन की ज़मीन का इस्तेमाल किया जाएगा। इसके अलावा, बिजली सबस्टेशन बनाने के लिए 4,000 वर्ग मीटर जमीन की आवश्यकता होगी।

गुरुग्राम से रेवाड़ी तक के प्रमुख स्टेशन

  • दिल्ली में: सराय काले खां, आईएनए, मुनिरका, एरो सिटी
  • गुरुग्राम में: साइबर सिटी, इफको चौक, राजीव चौक, हीरो होंडा चौक, खेड़की दौला, मानेसर, पचगांव, बिलासपुर
  • हरियाणा में: धारूहेड़ा

इंटरचेंज स्टेशन: यात्रा को और सुविधाजनक बनाएंगे

नमो भारत ट्रेन रूट पर पांच प्रमुख इंटरचेंज स्टेशन बनेंगे, जो यात्रियों को आसानी से विभिन्न मेट्रो रूट्स से जोड़ेंगे। इनमें साइबर सिटी और हीरो होंडा चौक पर ओल्ड गुरुग्राम मेट्रो रूट से कनेक्टिविटी होगी, जबकि राजीव चौक पर प्रस्तावित मेट्रो भोंडसी रेलवे स्टेशन तक जाएगी। सेक्टर-56 से पचगांव तक प्रस्तावित मेट्रो भी जुड़ेगी।

प्रोजेक्ट को मिली मंजूरी

हरियाणा सरकार ने इस परियोजना के लिए 34 हजार करोड़ रुपये की डीपीआर को मंजूरी दे दी है, और अब यह आवास एवं शहरी मंत्रालय में मंजूरी के लिए भेजी गई है।

यह परियोजना न केवल यात्रा को आसान बनाएगी, बल्कि दिल्ली और हरियाणा के बीच बेहतर कनेक्टिविटी भी सुनिश्चित करेगी।