दिल्ली में प्रचंड गर्मी के बावजूद दिल्ली मेट्रो की सेवाएं यात्रियों के लिए किसी वरदान से कम नहीं हैं। डीएमआरसी ने जानकारी दी है कि उनके पास 345 से अधिक मेट्रो हैं, जिनमें 5000 एसी यूनिट्स लगे हुए हैं। जहां बाहर तापमान 40 डिग्री सेल्सियस से ऊपर पहुंच चुका है, वहीं मेट्रो के अंदर यात्रियों को 24 डिग्री सेल्सियस में ठंडक का अहसास हो रहा है।
बढ़ती सवारी और ठंडक का अनुभव
मई के महीने में दिल्ली मेट्रो में प्रतिदिन औसतन 60.17 लाख यात्रियों ने सफर किया, जो पिछले साल की तुलना में 12% अधिक है। यह वृद्धि बताती है कि भीषण गर्मी में भी मेट्रो यात्रियों की पहली पसंद बनी हुई है। डीएमआरसी की विश्वसनीय और आरामदायक सेवाओं ने इस गर्मी में भी यात्रियों को किसी तरह की असुविधा महसूस नहीं होने दी।
एसी यूनिट्स की नियमित जांच और रखरखाव
डीएमआरसी गर्मियों से पहले मेट्रो में लगे सभी एसी की जांच करता है और हर तीन महीने में उनका नियमित रखरखाव भी सुनिश्चित करता है। इसके अलावा, ट्रेन ऑपरेटर नियमित रूप से कोच के तापमान की निगरानी करते हैं ताकि किसी भी समस्या का तुरंत समाधान किया जा सके।
अत्याधुनिक बिल्डिंग मैनेजमेंट सिस्टम
सभी भूमिगत स्टेशनों पर एयर कंडीशनिंग उपकरणों की दूरस्थ निगरानी और नियंत्रण के लिए अत्याधुनिक बिल्डिंग मैनेजमेंट सिस्टम (बीएमएस) और चिलर प्लान मैनेजर (सीपीएम) लगे हुए हैं। यह सिस्टम स्टेशन के तापमान को 25 से 27 डिग्री सेल्सियस के बीच बनाए रखता है, चाहे बाहर का तापमान कितना भी अधिक क्यों न हो।
आग से बचाव के पुख्ता इंतजाम
गर्मी के मौसम में आग से बचाव के लिए डीएमआरसी ने सभी स्टेशनों पर अग्निशामक यंत्र और स्प्रिंकलर सिस्टम का नियमित रखरखाव सुनिश्चित किया है। इसके अलावा, दोपहर के समय कर्मचारियों को ब्रेक देने और स्टेशनों पर पीने का पानी एवं चिकित्सा सुविधाएं उपलब्ध कराने के प्रावधान भी किए गए हैं।
इस प्रकार, दिल्ली मेट्रो यात्रियों के लिए न केवल एक आरामदायक यात्रा का साधन बना हुआ है, बल्कि इस चिलचिलाती गर्मी में उन्हें ठंडक का भी अहसास करा रहा है।