दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल 28 मार्च तक ED की कस्टडी में हैं, जबकि उन्हें 21 मार्च को गिरफ्तार किया गया था। यह घोटाला उनकी नई शराब पॉलिसी के घोटाले के संदर्भ में है, जिसमें उन्हें और दिल्ली सरकार के कई बड़े नेताओं को गिरफ्तार किया गया है।
शराब की दुकानों पर लंबी लाइनें और फ्री की पेटियों की घटना
कोरोना के समय में भी दिल्ली में शराब की दुकानों पर लंबी लाइनें और 1 पेटी पर 1 पेटी फ्री की ऑफर जैसे घटनाएं देखने को मिल रही थीं। यहां तक कि एक नई शराब पॉलिसी की घोटाले की ख़बर आने पर लोगों को उड़ गए होश।
शराब पॉलिसी के घोटाले की दास्तान
17 नवंबर 2021 को दिल्ली में नई शराब पॉलिसी लागू की गई, जिसमें 32 जोन में 27 दुकानें खोलने की अनुमति थी। इससे दिल्ली सरकार को करीब 3500 करोड़ का फायदा होने की उम्मीद थी।
मामले का खुलासा और जांच की शुरुआत
8 जुलाई 2022 को मुख्य सचिव नरेश कुमार की रिपोर्ट में शराब घोटाले का खुलासा हुआ, जिसके बाद CBI ने जांच की शुरुआत की।
नई शराब नीति में गड़बड़ी का आरोप
नई शराब नीति में गड़बड़ियों के आरोप में CBI ने FIR दर्ज की और कई नेताओं को गिरफ्तार किया।
नेताओं की बेनकाबी
दिल्ली सरकार के बड़े नेताओं के बीच मामले की गंभीरता को लेकर जांच जारी है, जिसमें नामांकन के बाद और बड़े नेता सामने आ सकते हैं।
जांच की नजर में दिल्ली सरकार
शराब घोटाले के मामले में सरकारी नेताओं की बेनकाबी के साथ-साथ दिल्ली सरकार पर भी जांच की नजर है, जिसमें नई शराब नीति के लागू होने की प्रक्रिया को लेकर संदेह है।