दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने आज एक बार फिर प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) के समन के बारे में अपने विचार व्यक्त किए हैं। उन्होंने बताया कि वे ईडी के सवालों के जवाब देने के लिए तैयार हैं, लेकिन उन्हें वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से पेश होने का पसंद करते हैं।
नई तारीख की मांग
केजरीवाल ने ईडी को 12 मार्च के बाद की कोई तारीख देने की मांग की है। उन्हें लगता है कि वह ईडी के सामने वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से पेश होने में अधिक सक्षम होंगे।
ईडी के तर्क को खारिज किया गया
केजरीवाल के अधिवक्ता ने ईडी के समन को ‘अनुचित’ बताया और उनकी आवश्यकताओं को खारिज किया। उन्होंने यह भी कहा कि मामला स्थानीय अदालत में है, इसलिए प्रवर्तन निदेशालय की प्रतिबंधाओं का पालन करना उचित नहीं होगा।
विपक्ष का पक्ष
दिल्ली भाजपा के सचिव हरीश खुराना ने केजरीवाल के इस कदम की आलोचना की, कहा कि यह उनकी जांच से बचने की कोशिश है जो उनकी संलिप्तता का संकेत है। वे यह सवाल उठाते हैं कि यदि सीएम ईडी के सामने पेश होने के लिए तैयार हैं, तो वे इसे क्यों नहीं करते।