राजीव चौक को री-डिजाइन कर यातायात को सुगम और सुरक्षित बनाने के लिए जीएमडीए ने काम शुरू कर दिया है। परियोजना पर 1.52 करोड़ रुपये की लागत से आइलैंड और पिक एंड ड्रॉप जोन विकसित किए जाएंगे, जिससे दुर्घटनाओं की संभावना को कम किया जा सके।
छह महीने में पूरा होगा काम

राजीव चौक, दिल्ली-गुरुग्राम एक्सप्रेसवे पर स्थित एक महत्वपूर्ण और व्यस्त चौराहा है। इसे पुनर्विकसित करने का लक्ष्य छह महीने के भीतर पूरा करने का है। जीएमडीए के कार्यकारी अभियंता आरके मित्तल ने बताया कि चौक पर सुधार कार्य का ठेका पहले ही दे दिया गया है।
24 घंटे में 1.90 लाख वाहनों का आवागमन
पुलिस और जीएमडीए ने पहले सर्वेक्षण में चौक पर 24 घंटे में 1.90 लाख वाहनों की आवागमन की जानकारी प्राप्त की। पीक ऑवर में 14-16 हजार वाहनों का दबाव रहता है।
यातायात लाइट और साइनबोर्ड का होगा इंतजाम
राजीव चौक को सिग्नल-फ्री करने के बाद, वाहन चालक मनमाने ढंग से चलते हैं, जिससे पैदल चलने वालों के लिए खतरा बढ़ जाता है। इसको ध्यान में रखते हुए, स्थायी ट्रैफिक लाइट, यातायात साइनेज, जेब्रा क्रॉसिंग, सोलर कैट आई और अन्य सड़क सुरक्षा उपाय किए जाएंगे।
नए डिजाइन में बस और ऑटो रिक्शा जोन
नई योजना के तहत, चौक पर बस और ऑटो रिक्शा पिक अप और ड्रॉप ऑफ जोन बनाए जाएंगे। पैदल यात्रियों के लिए फुटपाथ विकसित होंगे।
जीएमडीए के कार्यकारी अभियंता आरके मित्तल ने कहा, “राजीव चौक पर सुधार कार्य छह महीने में पूरा करने का लक्ष्य है। यातायात को सुरक्षित बनाने के लिए आइलैंड विकसित किए जाएंगे।”