दिल्ली मेट्रो के फेज-4 में हैदरपुर बादली मोड़ अब मेट्रो का सबसे ऊंचा पॉइंट बनने जा रहा है, जो लगभग आठ मंजिला इमारत जितना ऊंचा होगा। अभी तक यह खिताब धौला कुआं के पास था, जहां वायाडक्ट की ऊंचाई 23.6 मीटर थी। लेकिन अब यह रिकॉर्ड 28 मीटर ऊंचाई के साथ हैदरपुर बादली मोड़ को मिलने वाला है।
क्यों बनेगा इतना ऊंचा पॉइंट?
फेज-4 के तहत बन रहे इस कॉरिडोर में पहला पिलर डालने का काम केशोपुर में चल रहा है। यह पॉइंट इसलिए इतना ऊंचा बनाया जा रहा है क्योंकि यहां मेट्रो को एयरपोर्ट एक्सप्रेस लाइन और कुछ फ्लाईओवर्स को क्रॉस करना होगा। डीएमआरसी ने बताया कि इस स्ट्रेच पर नया हैदरपुर बादली मोड़ स्टेशन बनेगा, जो येलो लाइन (समयपुर बादली-मिलेनियम सिटी सेंटर गुरुग्राम) को ऊपर से क्रॉस करेगा।
तकनीकी चुनौतियां और समाधान
डीएमआरसी के अनुसार, मेट्रो पिलर की आमतौर पर हाइट 18 मीटर होती है, लेकिन इस स्थान पर यह 28 मीटर होगा। इस काम को पूरा करने में कई तकनीकी चुनौतियां आईं, जैसे नीचे जगह की कमी और रेलवे लाइन के कुछ पॉइंट्स। इन सबको ध्यान में रखते हुए काम किया जा रहा है।
22 स्टेशन होंगे इस कॉरिडोर पर
जनकपुरी वेस्ट से आरके आश्रम मार्ग कॉरिडोर 28.92 किलोमीटर लंबा होगा, जिसमें 22 स्टेशन होंगे। इस कॉरिडोर का 21.18 किलोमीटर हिस्सा एलिवेटेड और 7.74 किलोमीटर अंडरग्राउंड होगा। इसका काम दिसंबर 2019 में शुरू हुआ था।
डीएमआरसी नेटवर्क का सबसे ऊंचा प्लैटफॉर्म
इस कॉरिडोर पर सबसे ऊंचा प्लैटफॉर्म हैदरपुर बादली मोड़ होगा, जिसकी हाइट 23.5 मीटर होगी। अभी तक पिंक लाइन का मयूर विहार फेज-1 स्टेशन सबसे ऊंचा था, जिसकी ऊंचाई 22 मीटर है। फेज-4 के तहत दिल्ली मेट्रो एक नई ऊंचाई छूने जा रही है, जो यात्रियों के लिए एक नया अनुभव होगा।