दिल्ली और देहरादून के बीच यात्रा करने वाले यात्रियों के लिए एक बड़ी खुशखबरी है। नए दिल्ली-देहरादून एक्सप्रेसवे के बनने से यात्रा का समय 6.5 घंटे से घटकर केवल 2.5 घंटे रह जाएगा। इसके साथ ही, दूरी भी 235 किलोमीटर से घटकर 213 किलोमीटर हो जाएगी।
13,000 करोड़ रुपये की लागत से बनेगा एक्सप्रेसवे
दिल्ली-देहरादून एक्सप्रेसवे का निर्माण कार्य तेज गति से चल रहा है। इस परियोजना पर करीब 13,000 करोड़ रुपये खर्च होने की संभावना है। हालांकि, एक्सप्रेसवे का एक हिस्सा इस साल जुलाई में चालू होने की उम्मीद है, लेकिन पूरे राजमार्ग का निर्माण मई 2025 तक पूरा होने का लक्ष्य रखा गया है।
दैनिक यात्रा में भारी वृद्धि की उम्मीद
एक्सप्रेसवे खुलने के बाद, अधिकारियों को उम्मीद है कि इस रूट का इस्तेमाल करने वाले वाहनों की संख्या रोजाना 20,000 से 30,000 तक हो जाएगी। इसके साथ ही, यह एक्सप्रेसवे एशिया का सबसे लंबा वन्यजीव गलियारा होगा। इसके लिए 12 किलोमीटर लंबा एलिवेटेड फ्लाईओवर बनाया जा रहा है।
जून तक पूरा होगा चौथे चरण का काम
भारतीय राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण (एनएचएआई) के अनुसार, परियोजना 30 जून तक पूरी हो जाएगी। यह एक्सप्रेसवे दिल्ली को सहारनपुर, बागपत, बड़ौत और शामली होते हुए देहरादून से जोड़ेगा। इस एक्सप्रेसवे में वर्तमान में छह लेन हैं, जिन्हें आवश्यकता पड़ने पर आठ तक बढ़ाया जा सकता है।
दिल्ली-देहरादून एक्सप्रेसवे के चौथे चरण का काम लगभग पूरा होने वाला है, जो देहरादून को राजाजी नेशनल पार्क से जोड़ता है। अगर सब कुछ योजना के अनुसार हुआ, तो जून तक काम पूरा हो जाएगा और 12 किलोमीटर लंबा सड़क का ऊंचा हिस्सा जुलाई तक चालू हो जाएगा।
इस परियोजना के पूरा होने से दिल्ली और देहरादून के बीच यात्रा और भी सुविधाजनक और सुरक्षित हो जाएगी, जिससे यात्रियों को समय और ईंधन की बचत होगी।