दिल्ली मेट्रो रेल कॉर्पोरेशन (DMRC) के एमडी विकास कुमार ने बताया कि शहर में मेट्रो नेटवर्क का विस्तार ऐसे किया जाएगा कि किसी भी जगह से 500 मीटर के अंदर मेट्रो स्टेशन मिल सके। यह योजना टोक्यो और पेरिस की तर्ज पर है, जहां लोगों को मेट्रो पकड़ने में किसी प्रकार की असुविधा नहीं होती।
मेट्रो नेटवर्क का विस्तार
दिल्ली मेट्रो राजधानी की लाइफलाइन मानी जाती है, जो हरियाणा और यूपी के साथ राजधानी को जोड़ती है। हर रोज लाखों लोग मेट्रो का उपयोग करते हैं, और DMRC का फेज-4 प्रोजेक्ट इस नेटवर्क को और विस्तारित करेगा। नए एमडी विकास कुमार ने बताया कि उनका लक्ष्य है कि दिल्लीवासियों को मेट्रो पकड़ने के लिए केवल 500 मीटर चलना पड़े।
टोक्यो और पेरिस जैसा मेट्रो नेटवर्क
विकास कुमार ने कहा कि उनका उद्देश्य मेट्रो नेटवर्क को इतना विस्तारित करना है कि यह टोक्यो और पेरिस की तरह हो जाए। यहां मेट्रो के लिए केवल पैदल दूरी तय करनी पड़े। उन्होंने कहा, “हम मेट्रो नेटवर्क में अधिक इंटरचेंज और वैकल्पिक मार्गों की जरूरत पर ध्यान दे रहे हैं ताकि लोग आसानी से एक स्थान से दूसरे स्थान पर जा सकें।”
मेट्रो लाइन का विस्तार
DMRC के एमडी ने बताया कि रेड लाइन के ट्रैफिक विश्लेषण से पता चला कि ज्यादातर यात्री इसे दूसरी लाइनों पर जाने के लिए इस्तेमाल करते हैं। इसका मतलब है कि नेटवर्क को और अधिक सघन बनाने की आवश्यकता है। मेट्रो सेवा का विस्तार नई लाइनों और इंटरचेंज की मदद से किया जा सकता है, और इसी दिशा में DMRC काम कर रहा है।
लास्ट मील कनेक्टिविटी का प्लान
विकास कुमार ने लास्ट मील कनेक्टिविटी के मुद्दे पर भी चर्चा की। उन्होंने बताया कि फीडर बसें शुरू की गई थीं, लेकिन यह प्रोजेक्ट सफल नहीं हो सका। इसका कारण था यात्रियों की कम संख्या और कमाई का न होना। ई-रिक्शा सुरक्षा संबंधी मुद्दों के कारण और ट्रैफिक की भीड़ बढ़ाने के कारण समस्या पैदा करते हैं। वर्तमान में, DMRC ने 38 स्टेशनों पर 900 से अधिक ई-ऑटो उपलब्ध कराए हैं, जो जियो-फेंस्ड होंगे और यात्रियों के लिए ऐप पर बुक करने योग्य होंगे।
इस महत्वाकांक्षी योजना का उद्देश्य दिल्ली में ट्रांसपोर्ट को और भी सुगम और सुलभ बनाना है, जिससे लोग आसानी से एक जगह से दूसरी जगह जा सकें। DMRC का यह प्रयास दिल्ली की जनता के लिए एक बड़ी राहत साबित हो सकता है।