गौतमबुद्ध नगर में सार्वजनिक परिवहन को सशक्त बनाने के लिए ई-बस सेवा की शुरुआत की जाएगी। इस सेवा के तहत जिले में कुल 24 मार्ग तय किए गए हैं। इनमें से नोएडा में 13 मार्ग, ग्रेटर नोएडा में 9 मार्ग, और यमुना प्राधिकरण क्षेत्र में 2 मार्ग होंगे।
बस संचालन का समय और सुविधाएं(Bus operating timings and facilities)
- ई-बस सेवा सुबह 6:00 बजे से रात 10:30 बजे तक उपलब्ध होगी।
- बसें हर 10-15 मिनट के अंतराल पर चलेंगी, जिससे यात्रियों को बेहतर सुविधाएं मिलेंगी।
परियोजना का बजट और ऑपरेटर चयन(Project budget and operator selection)
परियोजना के लिए 600 करोड़ रुपये की लागत निर्धारित की गई है। इसके तहत 500 ई-बसें संचालित होंगी, जिनमें से 250 बसें 12 मीटर लंबी और शेष 250 बसें 9 मीटर लंबी होंगी।
बस संचालन के लिए दो ऑपरेटर चुने जाएंगे, और इसके लिए प्रस्ताव मांगे गए हैं।
नोएडा और ग्रेटर नोएडा में चार्जिंग स्टेशन
- नोएडा में दो स्थानों पर बस चार्जिंग स्टेशन बनाए जाएंगे।
- ग्रेटर नोएडा और यमुना प्राधिकरण क्षेत्र में चार्जिंग स्टेशनों के लिए जगह तय की जा रही है।
सार्वजनिक परिवहन की मौजूदा स्थिति(Current status of public transport)
गौतमबुद्ध नगर की आबादी 20 लाख से अधिक है। जिले में मेट्रो और यूपी राज्य परिवहन निगम की सीमित बस सेवाओं के कारण सार्वजनिक परिवहन का अभाव है। इससे डग्गामार बसें और ऑटो-टेंपो जैसे अनियमित वाहन बढ़ गए हैं, जो यातायात जाम और असुविधा का कारण बनते हैं।
प्रमुख मार्गों की सूची(List of major routes)
नोएडा में ई-बस के प्रमुख मार्ग:(Major routes of e-bus in Noida:)
- बॉटेनिकल गार्डन से दादरी वाया सेक्टर-49, सूरजपुर।
- सेक्टर-62 से एनएसईजेड।
- बॉटेनिकल गार्डन से नई दिल्ली रेलवे स्टेशन वाया अक्षरधाम।
- सेक्टर-90 से सेक्टर-52 मेट्रो स्टेशन।
- सेक्टर-15 से विजय नगर गाजियाबाद वाया एनएच-24।
ग्रेटर नोएडा में प्रमुख मार्ग:(Major routes in Greater Noida:)
- शारदा यूनिवर्सिटी से डीआईटी, कासना।
- परी चौक से आनंद विहार रेलवे स्टेशन वाया अक्षरधाम।
- दादरी से गाजियाबाद रेलवे स्टेशन वाया लाल कुआं।
यमुना प्राधिकरण क्षेत्र:(Yamuna Authority Area:)
- परी चौक से नोएडा एयरपोर्ट।
- कासना डिपो से नोएडा एयरपोर्ट वाया गलगोटिया यूनिवर्सिटी।
आगे की योजना
सार्वजनिक परिवहन की इस पहल को सफल बनाने के लिए नोएडा, ग्रेटर नोएडा और यमुना प्राधिकरण संयुक्त रूप से स्पेशल परपज व्हीकल (SPV) का गठन करेंगे।
ई-बस सेवा जिले में न केवल सार्वजनिक परिवहन को बढ़ावा देगी बल्कि यातायात जाम और प्रदूषण की समस्या को भी कम करेगी।