पूर्वी दिल्ली के निवासियों के लिए एक बड़ी राहत की खबर है। दिल्ली-देहरादून एक्सप्रेसवे का अक्षरधाम से यूपी बॉर्डर तक का फेज अगले माह से खुलने जा रहा है, जिससे क्षेत्र के लोगों को ट्रैफिक जाम से निजात मिलेगी। 1.5 से 2 लाख वाहन इस एक्सप्रेसवे से गुजरेंगे, जिससे स्थानीय सड़कों पर ट्रैफिक का दबाव कम होगा।
परियोजना की प्रगति
नेशनल हाईवे अथॉरिटी के अनुसार, अक्षरधाम से खेकड़ा तक 31 किमी. का एक्सप्रेसवे लगभग तैयार है। बचे हुए काम को भी एक महीने में पूरा कर लिया जाएगा। इसके बाद एक सप्ताह के लिए इसका ट्रायल किया जाएगा और जुलाई के अंत तक इसे आम जनता के लिए खोल दिया जाएगा।
स्थानीय निवासियों के लिए लाभ
इस एक्सप्रेसवे के शुरू होने से दिल्ली से देहरादून, मुजफ्फरनगर, सहारनपुर और लोनी जाने वाले यात्रियों के साथ ही पूर्वी दिल्ली के निवासियों को भी भारी राहत मिलेगी। अब तक यह सारा ट्रैफिक पूर्वी दिल्ली के विभिन्न बॉर्डरों से होकर गुजरता था, लेकिन एक्सप्रेसवे के चालू होने से यह ट्रैफिक सीधे एक्सप्रेसवे से गुजरेगा, जिससे स्थानीय सड़कों पर वाहनों का दबाव कम होगा और जाम की समस्या से छुटकारा मिलेगा।
एक्सप्रेसवे की विशेषताएं
दिल्ली-देहरादून एक्सप्रेसवे 12 हजार करोड़ की लागत से तैयार किया जा रहा है। यह 6-लेन एक्सप्रेसवे अक्षरधाम से शुरू होकर शास्त्री पार्क, खजूरी खास, मंडोला बागपत, खेकड़ा में ईपीई इंटरचेंज, शामली, सहारनपुर होते हुए देहरादून तक जाएगा। इस एक्सप्रेसवे का निर्माण चार हिस्सों में किया जा रहा है, जिसमें बागपत से सहारनपुर तक का निर्माण दो हिस्सों में और अक्षरधाम से ईपीई जंक्शन (खेकड़ा) तक का काम दो हिस्सों में हो रहा है।
पूर्वी दिल्ली के निवासियों के लिए यह एक्सप्रेसवे एक बड़ी राहत लेकर आएगा। इससे न केवल यातायात के दबाव में कमी आएगी, बल्कि लोगों का सफर भी सुगम और तेज़ हो जाएगा। आने वाले समय में, इस एक्सप्रेसवे के शुरू होने से क्षेत्र के विकास को भी नई गति मिलेगी।