दिल्ली AIIMS में डॉक्टरों को नहीं मिल रही रहने की जगह, केंद्र को हॉस्टल का प्रस्ताव भेजा जाएगा


दिल्ली के AIIMS में छात्रों और रेजिडेंट डॉक्टर्स के लिए रहने की समस्या का समाधान करने के लिए केंद्र सरकार को एक महत्वपूर्ण प्रस्ताव भेजा गया है। इस प्रस्ताव के तहत, AIIMS में 2500 कमरों का हॉस्टल बनाने की योजना बनाई जा रही है।

सुविधा की कमी: छात्रों और डॉक्टर्स पर पड़ा असर
हॉस्टल की कमी के कारण, दो तिहाई छात्रों और रेजिडेंट डॉक्टर्स को आवास की सुविधा नहीं मिल पा रही है। इससे रेजिडेंट डॉक्टर्स की इलाज की गुणवत्ता प्रभावित हो रही है, क्योंकि वे अस्पताल के परिसर से दूर किराए पर घर लेने पर मजबूर हैं।

प्रस्ताव: समस्या का समाधान की तैयारी
AIIMS प्रशासन ने केंद्र सरकार के पास ढाई हजार कमरों का हॉस्टल बनाने का प्रस्ताव भेजने की तैयारी की है। इससे समस्या को निवारण के लिए कदम उठाया जा सके।

योजना: हॉस्टल बनाने की तारीख
वरिष्ठ अधिकारियों के अनुसार, AIIMS में मेडिकल, नर्सिंग, पैरामेडिकल, और अन्य क्षेत्रों के छात्रों के लिए करीब साढ़े सात हजार कमरों की आवश्यकता है। इस योजना को लागू करने के लिए एम्स ने केंद्र सरकार के समर्थन की मांग की है।


रेजिडेंट डॉक्टर्स के लिए हॉस्टल की सुविधा का महत्वपूर्ण होना जरूरी है, क्योंकि यह मरीजों के इलाज में भी सुधार लाता है। इसलिए, इस प्रस्ताव को शीघ्र कार्रवाई में बदलने के लिए सरकार से आग्रह है।