दिल्ली इस समय त्रासदी के त्रिफला में फंसी है: बिजली का संकट, पानी की कमी और प्रचंड गर्मी। मंगलवार को, दिल्लीवासियों को इन तीनों समस्याओं का सामना करना पड़ा, जिससे उनका जीवन बेहाल हो गया।
पावर ग्रिड में आग से बिजली गुल
उत्तर प्रदेश के मंडोला सब-स्टेशन में आग लगने के कारण दिल्ली के कई इलाकों में बिजली आपूर्ति बाधित रही। इस कारण लक्ष्मी नगर, आईटीओ, लाजपतनगर, जामिया, नरेला, मॉडल टाउन, रोहिणी, कश्मीरी गेट, सिविल लाइन्स, मुखर्जी नगर, जहांगीरपुरी, सरिता विहार और सुखदेव विहार जैसे क्षेत्रों में 2-3 घंटे तक बिजली गुल रही। पावर ग्रिड की यह समस्या विशेष रूप से मध्य और पूर्वी दिल्ली को प्रभावित कर रही थी।
प्यास से सूखते हलक
दिल्ली में जल संकट भी गहराता जा रहा है। हरियाणा से पानी की आपूर्ति में कमी के कारण दिल्ली के कई हिस्सों में पानी की किल्लत हो रही है। दिल्ली सरकार के मुताबिक, हरियाणा पर्याप्त पानी नहीं दे रहा, जिससे लोगों को रोजमर्रा की जरूरतें पूरी करने में मुश्किल हो रही है। दिल्ली की सरकार ने इस मुद्दे पर केंद्रीय और हरियाणा सरकार से मुलाकात की मांग की है।
प्रचंड गर्मी का कहर
दिल्ली में इस समय तापमान 45 डिग्री सेल्सियस के पार पहुंच चुका है। नरेला में तापमान 47.1 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया, जो सामान्य से सात डिग्री अधिक है। भारत मौसम विज्ञान विभाग ने आने वाले दिनों में भीषण गर्मी की चेतावनी जारी की है और कई स्थानों पर ‘ऑरेंज’ और ‘येलो’ अलर्ट जारी किए हैं।
बिजली की मांग और संकट
दिल्ली में वर्तमान समय में बिजली की मांग 7000-8000 मेगावाट है, जिसमें मंगलवार को यह मांग 8300 मेगावाट तक पहुंच गई। मंडोला सब-स्टेशन से 1200 मेगावाट बिजली की आपूर्ति में रुकावट आने से दिल्ली के कई इलाकों में बिजली कटौती हो गई, जिससे लोग बेहाल हो गए।
उपराज्यपाल और मुख्यमंत्री भी प्रभावित
बिजली कटौती के कारण उपराज्यपाल और मुख्यमंत्री आवास भी प्रभावित हुए। दिल्ली की ऊर्जा मंत्री आतिशी ने स्थिति को गंभीरता से लेते हुए केंद्रीय बिजली मंत्री और पावर ग्रिड कॉरपोरेशन के चेयरमैन से मुलाकात का समय मांगा है।
दिल्ली में इस समय पारा, प्यास और पावर की त्रासदी ने लोगों का जीवन कठिन बना दिया है। उम्मीद है कि संबंधित विभाग और सरकारें इस समस्या का समाधान जल्द ही निकालेंगी, ताकि दिल्लीवासियों को राहत मिल सके।