एनसीआर के निवासी एक बार फिर बजट 2024 पर निगाहें जमाए हुए हैं, खासकर यातायात से संबंधित योजनाओं पर। उनकी प्रमुख चिंता सड़क पर ट्रैफिक जाम और प्रदूषण की समस्याओं से निजात पाने की है। इसका समाधान न केवल समय की बचत करेगा बल्कि प्रदूषण से होने वाली बीमारियों के खतरे को भी कम करेगा।
रेलवे नेटवर्क में सुधार
रेलवे नेटवर्क में यात्री क्षमता और सुरक्षा बढ़ाने पर विशेष जोर दिया जाएगा। सरकार स्वदेशी रूप से विकसित स्वचालित ट्रेन सुरक्षा प्रणाली ”कवच” के कार्यान्वयन पर ध्यान केंद्रित करेगी। दिल्ली-रेवाड़ी रूट पर इस प्रणाली को लागू करने की प्रक्रिया तेजी से चल रही है।
वंदे मेट्रो की उम्मीद
बजट में वंदे मेट्रो ट्रेन की घोषणा की उम्मीद की जा रही है। वंदे मेट्रो, जो मौजूदा उपनगरीय और लोकल ट्रेनों की जगह लेगी, जल्द ही चालू होने की संभावना है। रेलवे ने हाल ही में दावा किया था कि अगस्त तक कुछ सेक्शन पर वंदे मेट्रो ट्रेनें चलने लगेंगी। इसके अलावा, 500 किलोमीटर के दायरे में चलने वाली वंदे भारत ट्रेन और स्लीपर वाली वंदे भारत ट्रेन के लंबी दूरी के रूट्स पर चलने की भी घोषणा हो सकती है।
आरआरटीएस और दिल्ली मेट्रो के लिए विशेष बजट
आरआरटीएस प्रोजेक्ट की प्रगति
दिल्ली-गाजियाबाद-मेरठ क्षेत्रीय रैपिड ट्रांजिट सिस्टम (आरआरटीएस) कॉरिडोर के पूरा होने की उम्मीद है। इस 82 किलोमीटर लंबे प्रोजेक्ट के लिए सरकार विशेष बजट आवंटित कर सकती है। दिल्ली में आरआरटीएस कॉरिडोर की कुल लंबाई करीब 14 किमी है, जिसमें से नौ किमी का हिस्सा एलिवेटेड है। इस प्रोजेक्ट से सड़क पर एक लाख निजी वाहनों की संख्या में कमी आएगी और कार्बन डाइऑक्साइड उत्सर्जन में प्रति वर्ष 2,50,000 टन की कमी आएगी।
विश्व स्तरीय स्टेशन और सुविधाएं
स्टेशनों के उन्नयन की दरकार
हर बजट में दिल्ली के स्टेशनों पर विश्व स्तरीय सुविधाएं देने का वादा किया जाता है। इस बार भी लोगों की उम्मीद है कि नई दिल्ली, बिजवासन, आनंद विहार, सफदरजंग, शहादरा समेत अन्य स्टेशनों पर विश्व स्तरीय सुविधाएं मिलेंगी और स्टेशन बिल्डिंग के निर्माण कार्य को गति मिलेगी।
बजट 2024 में एनसीआर के लोगों की निगाहें यातायात और रेलवे से जुड़े सुधारों पर टिकी हैं, जो उनके दैनिक जीवन को सुगम और सुरक्षित बना सकें।