बीती रात 10 बजे के बाद मौसम ने अचानक करवट ली और दिल्ली-एनसीआर में धूल भरी आंधी और हल्की बारिश हुई। मौसम विभाग के अनुसार, इस दौरान 40 से 60 किमी प्रति घंटे की रफ्तार से हवा चली, जिससे तापमान में कमी आई। पहाड़ी इलाकों से लेकर मैदानी क्षेत्रों तक मौसम में बदलाव देखा गया।
उत्तर प्रदेश और हरियाणा में भी दिखा असर
पश्चिमी उत्तर प्रदेश के हापुड़, मेरठ, बागपत और हरियाणा के कई इलाकों में भी मौसम के बदलाव का असर देखा गया। मौसम विभाग के अनुसार, गुरुवार को दिल्ली-एनसीआर में हल्के सुधार की संभावना है। उत्तर-पश्चिम भारत में पश्चिमी विक्षोभ की स्थिति बनने से दो दिनों तक राहत मिलने की उम्मीद है।

गर्मी से हो रही मौतें
बीते दिनों उत्तर भारत में भीषण गर्मी और लू के कारण उत्तर प्रदेश में 91 और दिल्ली में 14 लोगों की मौत हो गई। दिल्ली से सटे गाजियाबाद में 22 और नोएडा में 14 लोगों की मौत की खबर है।
मानसून की आहट
मौसम विभाग के अनुसार, अगले तीन से चार दिनों में बिहार और बंगाल के कुछ हिस्सों, तटीय आंध्र, छत्तीसगढ़, ओडिशा और महाराष्ट्र में मानसून पहुंचने की उम्मीद है। इसके बाद उत्तर प्रदेश और दिल्ली की ओर मानसून बढ़ सकता है। एक निजी मौसम वेबसाइट ने 26 जून के बाद दिल्ली के तापमान में तेज गिरावट का अनुमान जताया है।
दिल्ली में न्यूनतम तापमान ने तोड़ा रिकॉर्ड
दिल्ली में न्यूनतम तापमान ने 55 वर्षों का रिकॉर्ड तोड़ दिया। मौसम विभाग के अनुसार, 18 जून की रात न्यूनतम तापमान 35.2 डिग्री दर्ज किया गया, जो 1969 के बाद सर्वाधिक है।
आने वाले दिनों में राहत की उम्मीद
मौसम विभाग ने गुरुवार को दिल्ली-एनसीआर में अच्छी बारिश की संभावना जताई है, जिससे तापमान 40 डिग्री सेल्सियस से नीचे आ सकता है।
उत्तर प्रदेश में आंधी-बारिश से राहत
उत्तर प्रदेश के कई इलाकों में बीती रात आंधी और बारिश से लोगों को राहत मिली है। लखनऊ, बहराइच, श्रावस्ती और बरेली में तेज आंधी और बारिश हुई है। बरेली में आंधी के कारण लेंटर गिरने से एक व्यक्ति की मौत हो गई।
पहाड़ी इलाकों में भी बारिश
जम्मू-कश्मीर, हिमाचल प्रदेश और उत्तराखंड के कई हिस्सों में तेज बारिश और बर्फबारी हुई है। शिमला, धर्मशाला और मंडी में तेज बारिश, जबकि भरमौर-मणिमहेश की चोटियों पर बर्फबारी हुई है।
केंद्र सरकार की चेतावनी
भीषण गर्मी को देखते हुए केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री जेपी नड्डा ने राज्यों को अलर्ट जारी किया है। अस्पताल, एंबुलेंस और डॉक्टरों को तैनात रखने के निर्देश दिए गए हैं। सभी राज्यों के अस्पतालों में लू के लिए विशेष इकाइयों का गठन करने की बात कही गई है।