दिल्ली और करनाल के बीच यातायात को सुगम बनाने के लिए रैपिड रेल कॉरिडोर का विस्तार अब पानीपत से आगे करनाल तक किया गया है। हाल ही में केंद्रीय मंत्री मनोहर लाल खट्टर और हरियाणा के मुख्यमंत्री नायब सैनी की बैठक में इस विस्तार पर सहमति बनी। जल्द ही इस परियोजना का सर्वे किया जाएगा, जिससे दिल्ली-करनाल के बीच यात्रा को और अधिक सुगम बनाया जा सकेगा।
दिल्ली-करनाल रैपिड रेल: दूरी 135 किमी, समय मात्र 45 मिनट
दिल्ली और करनाल के बीच की दूरी लगभग 135 किलोमीटर है। मौजूदा सड़क मार्ग से इस दूरी को तय करने में लगभग ढाई घंटे का समय लगता है। लेकिन रैपिड रेल सेवा के शुरू होने से यह समय घटकर केवल 45 मिनट रह जाएगा। यह रेल 160 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से चलेगी, जिससे यात्रियों को काफी समय की बचत होगी।
17 नए मेट्रो स्टेशन, 3 करनाल में
दिल्ली से करनाल तक रैपिड रेल सेवा के विस्तार के साथ, कुल 17 मेट्रो स्टेशन बनेंगे, जिनमें से करनाल में 3 स्टेशन होंगे। इससे दिल्ली और करनाल के बीच यात्रा करने वालों के लिए सुविधाएं और भी बढ़ जाएंगी। इस प्रोजेक्ट को लेकर केंद्र और राज्य दोनों सरकारें गंभीर हैं, और स्टेशन व रूट चिह्नित करने का काम भी शुरू हो चुका है।
6 से 10 मिनट में मिलेगी ट्रेन, 250 यात्री होंगे सवार
रैपिड रेल की ट्रेनें 6 से 10 मिनट के अंतराल में चलेंगी, जिससे यात्रियों को इंतजार की परेशानी नहीं होगी। प्रत्येक ट्रेन में 250 लोग एक बार में यात्रा कर सकेंगे, जिससे भीड़-भाड़ कम होगी और यात्रा अधिक आरामदायक बनेगी।
नाइट स्टे का विकल्प (OPTION) खत्म होगा
दिल्ली और आसपास के क्षेत्रों में काम करने और पढ़ाई करने के लिए उत्तर हरियाणा सहित अन्य क्षेत्रों के लोग आते हैं। इनकी समस्या यह रहती थी कि दूरी ज्यादा होने के कारण उन्हें नाइट स्टे करना पड़ता था। रैपिड रेल सेवा के शुरू होने से यह समस्या भी हल होगी, क्योंकि लोग अब आसानी से एक दिन में दोनों शहरों के बीच यात्रा कर सकेंगे।
हरियाणा के लिए होगा फायदेमंद
दिल्ली-करनाल रैपिड रेल का लाभ केवल इन दो शहरों तक सीमित नहीं रहेगा। यह रेल लाइन कुरुक्षेत्र, अंबाला, यमुनानगर, कैथल और चंडीगढ़ जैसे क्षेत्रों के लोगों के लिए भी फायदेमंद साबित होगी। इससे न केवल यात्रा का समय कम होगा, बल्कि पैसे की भी बचत होगी।