दिल्ली के जवाहरलाल नेहरू स्टेडियम में भाजपा की महत्वपूर्ण बैठक आयोजित की जा रही है। इस बैठक में बड़ी संख्या में पार्टी प्रतिनिधि शामिल हो रहे हैं। बैठक का उद्देश्य झुग्गी बस्तियों के वोटरों को साधने के लिए विशेष रणनीतियां तैयार करना है।
झुग्गी बस्तियों में रात बिताकर बना रहे संपर्क
भाजपा ने झुग्गी बस्तियों के निवासियों से सीधा जुड़ने के लिए अनूठी पहल शुरू की है। पार्टी के सांसद, विधायक, और नेता इन बस्तियों में रातें बिता रहे हैं। पिछले कुछ महीनों में करीब दो दर्जन भाजपा नेता सप्ताह में एक रात झुग्गी बस्तियों में गुजार चुके हैं। इस पहल का मकसद जनता की समस्याओं को समझना और उनके साथ भावनात्मक जुड़ाव स्थापित करना है।
‘झुग्गी की जगह घर’ अभियान का आरंभ
भाजपा ने झुग्गीवासियों को बेहतर जीवन देने के लिए ‘झुग्गी की जगह घर’ अभियान शुरू किया है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने हाल ही में अशोक विहार में 1675 झुग्गीवासियों को उनके नए घरों की चाबियां सौंपीं। यह योजना केंद्र सरकार की प्राथमिकताओं में है और झुग्गीवासियों को पक्का घर देने की दिशा में बड़ा कदम है।
झुग्गी बस्तियों पर भाजपा की नजर
दिल्ली में करीब 675 झुग्गी बस्तियां हैं, जिनमें से 18-20% पूर्वी और उत्तर-पूर्वी संसदीय क्षेत्र में हैं। ये क्षेत्र परंपरागत रूप से आम आदमी पार्टी का गढ़ माने जाते हैं। भाजपा इन क्षेत्रों में अपनी पकड़ मजबूत करने के लिए विकास के नए अभियान चला रही है।
शाह की बैठक पर सबकी निगाहें
यह पहली बार है जब अमित शाह इस प्रकार की बैठक में भाग लेंगे। इस बैठक में झुग्गी बस्तियों के विकास और उन्हें भाजपा के पक्ष में लाने के लिए रणनीतियां बनाई जाएंगी। आगामी विधानसभा चुनावों में इन प्रयासों का असर देखने को मिलेगा।
भाजपा का लक्ष्य: झुग्गीवासियों का विश्वास जीतना
भाजपा की यह पहल स्पष्ट करती है कि पार्टी झुग्गीवासियों को मुख्यधारा में लाने और उनके जीवन स्तर को सुधारने के लिए प्रतिबद्ध है। आने वाले दिनों में इन प्रयासों के क्या परिणाम निकलते हैं, यह देखने लायक होगा।