पूर्वी दिल्ली और गाजियाबाद के लाखों लोगों के लिए राहत की खबर है। दिल्ली-देहरादून एक्सप्रेसवे का पहला चरण पूरा हो चुका है, जिससे निजामुद्दीन से गंतव्य तक महज 15 मिनट में पहुंचा जा सकेगा। यह हाईवे इस महीने के अंत तक जनता के लिए खोल दिया जाएगा, जिससे सफर सुगम और तेज़ हो जाएगा।
बिना टोल मिलेगा नया सफर
राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण (NHAI) के अनुसार, हाईवे का ट्रायल पूरा हो चुका है। आवश्यक सुधार कार्यों के बाद इसे यातायात के लिए खोल दिया जाएगा। खास बात यह है कि इस रूट पर पूर्वी दिल्ली और गाजियाबाद जाने वाले वाहनों से कोई टोल नहीं लिया जाएगा।
एक्सप्रेसवे का रूट और कनेक्टिविटी
दिल्ली-देहरादून 212 किमी. ग्रीनफील्ड एक्सेस कंट्रोल्ड एक्सप्रेसवे अक्षरधाम से शुरू होकर खेकड़ा, शामली, सहारनपुर होते हुए देहरादून तक जाएगा। इस प्रोजेक्ट के तहत अक्षरधाम से ईस्टर्न पेरिफेरल एक्सप्रेसवे (EPE) क्रॉसिंग तक 31.6 किमी का हिस्सा पूरा हो चुका है, जिसे जल्द ही जनता के लिए खोल दिया जाएगा।
इन इलाकों को होगा सीधा फायदा
इस हाईवे के शुरू होने से गीता कॉलोनी, वजीराबाद, सोनिया विहार, यमुना विहार, शास्त्री पार्क, मुस्तफाबाद, करावल नगर और गाजियाबाद के लोनी सहित शामली और बागपत के लोगों को बड़ी राहत मिलेगी। अब इन्हें सीलमपुर या पुश्ता रोड के ट्रैफिक में फंसने की जरूरत नहीं होगी।
15 मिनट में बॉर्डर पार
इस हाईवे के जरिए वाहन चालक अब निजामुद्दीन से दिल्ली-मेरठ एक्सप्रेसवे होते हुए अक्षरधाम तक आएंगे और फिर दिल्ली-देहरादून एक्सप्रेसवे के जरिए मात्र 15 मिनट में बॉर्डर तक पहुंच सकेंगे।
18 किमी. एलिवेटेड एक्सप्रेसवे
दिल्ली-देहरादून एक्सप्रेसवे कुल 212 किमी लंबा है, जिसमें अक्षरधाम से लोनी बॉर्डर तक 18 किमी का हिस्सा एलिवेटेड बनाया गया है, जबकि 13 किमी सड़क ज़मीन पर है। यह हाईवे 6-लेन मुख्य सड़क और 6-लेन सर्विस रोड के साथ तैयार किया गया है, जिससे यातायात सुगम रहेगा।
इस हाईवे के शुरू होने से दिल्ली और गाजियाबाद के लोगों को जाम से राहत मिलेगी और उनका सफर पहले की तुलना में कहीं ज्यादा आसान और तेज़ होगा।