दिल्ली मेट्रो के फेज चार के रिठाला-नरेला-कुंडली कॉरिडोर को केंद्रीय वित्त मंत्रालय के पब्लिक इन्वेस्टमेंट बोर्ड ने मंजूरी दे दी है। इस महत्वपूर्ण खबर को दिल्ली विकास प्राधिकरण (डीडीए) ने एक्स पर साझा किया है। उम्मीद है कि यह परियोजना केंद्र सरकार के 100 दिन की प्रमुखताओं में शामिल होगी, जिससे इस कॉरिडोर को जल्द ही अंतिम स्वीकृति मिल सकती है।
फेज चार के अन्य कॉरिडोर
दिल्ली मेट्रो फेज चार में कुल छह मेट्रो कॉरिडोर प्रस्तावित हैं, जिनमें से तीन का निर्माण जारी है। ये हैं जनकपुरी पश्चिम-आरके आश्रम, मजलिस पार्क-मौजपुर और तुगलकाबाद-एरोसिटी कॉरिडोर। इसके अलावा मार्च में इंद्रलोक-इंद्रप्रस्थ और लाजपत नगर-साकेत जी ब्लॉक कॉरिडोर को भी स्वीकृति मिल चुकी है। अब रिठाला-कुंडली मेट्रो कॉरिडोर की योजना को हरी झंडी मिलने की उम्मीद है।
हरियाणा तक विस्तार
पहले रिठाला से नरेला तक 22 किलोमीटर लंबे मेट्रो कॉरिडोर की योजना थी। बाद में, केंद्र सरकार ने इस कॉरिडोर को नरेला से आगे हरियाणा के नाथुपूर तक बढ़ाने का निर्देश दिया। इसके अनुसार, डीएमआरसी ने नई डीपीआर तैयार कर सरकार को भेजी है।
सोनीपत से दिल्ली का आवागमन होगा आसान
नई डीपीआर के अनुसार, रिठाला से बवाना, नरेला होते हुए नाथुपूर तक 27.319 किलोमीटर लंबे मेट्रो नेटवर्क का निर्माण होगा। इस पर 22 मेट्रो स्टेशन होंगे और अनुमानित लागत 7500 करोड़ रुपये होगी। इस कॉरिडोर से हरियाणा के सोनीपत से दिल्ली का आवागमन बहुत आसान हो जाएगा।
डीडीए की भूमिका और सहयोग
नरेला में डीडीए की कई बड़ी आवासीय परियोजनाएं प्रस्तावित हैं। इसके मद्देनजर डीडीए भी इस मेट्रो कॉरिडोर के लिए करीब 1000 करोड़ रुपये का योगदान देगा।
दिल्ली और हरियाणा के निवासियों के लिए यह मेट्रो कॉरिडोर एक बड़ी राहत और सुविधा लेकर आएगा, जिससे आवागमन में समय और खर्च दोनों की बचत होगी।