एनसीआर में रिंग रोड की तरह ऑर्बिटल रेल कॉरिडोर बनाने की तैयारी तेज हो गई है। यह रेल कॉरिडोर ईस्टर्न पेरिफेरल एक्सप्रेसवे के समानांतर चलेगा और लाखों लोगों को इससे फायदा होगा। दादरी और बुलंदशहर के गांवों की जमीन पर नए नोएडा के लिए रेल कनेक्टिविटी को बेहतर बनाएगा।
अधिकारियों की बैठक
गाजियाबाद में मंगलवार को मेरठ मंडलायुक्त सेल्वा कुमारी जे. की अध्यक्षता में विभिन्न विभागों के अधिकारियों की बैठक हुई। बैठक में प्रोजेक्ट की फिजिबिलिटी रिपोर्ट के साथ सर्वेक्षण और डाटा संग्रहण के लिए विभिन्न टीमों का गठन करने पर चर्चा हुई।
प्रोजेक्ट की जानकारी
हरियाणा रेल अवसंरचना विकास निगम लिमिटेड की डीजीएम आभा गुप्ता ने प्रोजेक्ट के बारे में विस्तृत जानकारी दी। आर्बिटल रेल कॉरिडोर पलवल से सोनीपत तक चलेगा, जिसमें नया नोएडा, ग्रेटर नोएडा फेज-2, दादरी और यमुना प्राधिकरण के क्षेत्र शामिल होंगे। नोएडा इंटरनेशनल एयरपोर्ट के लिए भी रेल कनेक्टिविटी सुनिश्चित की जाएगी।
माल ढुलाई में वृद्धि
ऑर्बिटल रेल कॉरिडोर के बनने से दिल्ली-एनसीआर की सड़कों पर यातायात का दबाव कम होगा। यह माल ढुलाई के लिए भी कारगर साबित होगा। हरियाणा में आईएमटी और विभिन्न लॉजिस्टिक हब को जोड़कर औद्योगिक विकास को बढ़ावा देगा। इससे सड़कों पर माल वाहनों की आवाजाही कम होगी और प्रदूषण में भी कमी आएगी।