एक महीने से अधिक समय के बाद रेल यात्रियों के लिए राहत की खबर आई है। शंभू बार्डर पर रेलवे ट्रैक से किसानों ने अपना धरना समाप्त करने की घोषणा की है। हालांकि, न्यूनतम समर्थन मूल्य (MSP) की मांग को लेकर शंभू बार्डर पर किसानों का आंदोलन जारी रहेगा।
रेलवे ट्रैक जाम: यातायात प्रभावित
पंजाब के दो किसान संगठन, युवा किसान नेता नवदीप सिंह जलबेड़ा समेत तीन किसानों की रिहाई की मांग को लेकर, 17 अप्रैल से शंभू बार्डर के पास रेलवे ट्रैक पर धरना दे रहे थे। इस कारण रेल यातायात बुरी तरह प्रभावित हो गया था। पंजाब जाने वाली कई ट्रेनों को दिल्ली-भटिंडा रूट से संचालित किया जा रहा था, जिसके चलते यात्री ट्रेनों को रद्द करना पड़ा था और कई ट्रेनों के रूट डायवर्ट किए गए थे।
व्यापारी वर्ग की चेतावनी
किसानों के इस लंबे आंदोलन से पंजाब का व्यापारी वर्ग परेशान हो गया था और उन्होंने 10 दिन के भीतर आंदोलन खत्म करने की चेतावनी दी थी। फिलहाल, किसानों ने रेलवे ट्रैक खाली करने का निर्णय लिया है जिससे रेल यात्रियों को राहत मिलेगी और ट्रेनों का संचालन समय पर होने से व्यापारी वर्ग को भी फायदा पहुंचेगा।
पीएम मोदी के खिलाफ प्रदर्शन की तैयारी
प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी 23 मई को पंजाब में लोकसभा चुनावों के प्रत्याशियों के चुनाव प्रचार के लिए आ रहे हैं। किसानों ने आज बैठक में पीएम मोदी का घेराव करने का फैसला लिया है। किसानों ने कहा है कि नरेंद्र मोदी जहां भी पहुंचेंगे, किसान उनके खिलाफ प्रदर्शन करेंगे।
MSP और अन्य मांगें
पंजाब के दो किसान संगठन MSP समेत कई अन्य मांगों को लेकर 13 फरवरी से किसान नेता सरवन सिंह पंधेर और जगजीत डल्लेवाल के नेतृत्व में पंजाब-हरियाणा सीमा पर शंभू बार्डर पर प्रदर्शन कर रहे हैं। किसान दिल्ली जाकर आंदोलन करना चाहते थे, लेकिन हरियाणा सरकार की कड़ी सुरक्षा व्यवस्था ने उन्हें बार्डर पर ही रोक दिया था।
इस घोषणा से रेल यात्रियों को बड़ी राहत मिलेगी और पंजाब में व्यापारिक गतिविधियां भी सामान्य हो सकेंगी।